रांचीः अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाने की कोशिश में लगे भाकपा माओवादी पूरे देश में गोरिल्ला वार तेज करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. भाकपा माओवादियों के केंद्रीय सैन्य आयोग ने गोरिल्ला वार को तेज करने के लिए एक सर्कुलर भी जारी किया है. सर्कुलर में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी यानी पीएलजीए की 22 वीं वर्षगाठ पर देशभर में वर्ग संघर्ष और गुरिल्ला युद्ध को तेज करने का निर्देश दिया गया है. वहीं इसको लेकर झारखंड पुलिस अलर्ट पर (Jharkhand police alert regarding CPI Maoist PLGA week) है.
2 से 8 दिसंबर तक भाकपा माओवादी का पीएलजीए सप्ताहः भाकपा माओवादी का पीएलजीए सप्ताह पूरे देश में गुरिल्ला वार तेज करने की तैयारी में है. झारखंड सहित देश के दूसरे राज्यों में हाल के दिनों में पुलिस के आक्रमक कार्रवाई की वजह से माओवादियों को भारी नुकसान पहुंचा है. यही वजह है कि अब माओवादी एक बार फिर से गोरिल्ला संघर्ष के लिए लोगों को तैयार कर रहे हैं. इसके लिए माओवादियों के शीर्ष सेंट्रल कमेटी ने अपने संगठन के अंदर 27 पृष्ठों का एक सर्कुलर जारी किया है. इस सर्कुलर में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की 22वीं वर्षगाठ पर देशभर में वर्ग संघर्ष और गुरिल्ला युद्ध को तेज करने का निर्देश दिया गया है. माओवादी सेंट्रल कमेटी ने 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह मनाने का आह्वान किया है.
27 माओवादियों की मौत का बदला लेने का आह्वानः सेंट्रल कमेटी ने दंडकारण्य के पारेवा मुठभेड़ में केंद्रीय कमेटी सदस्य दीपक समेत 27 माओवादियों की मौत का बदला लेने की बात कही है. माओवादियों ने बताया है कि पारेवा में सेंट्रल कमेटी सदस्य दीपक को बचाने के लिए पुलिस बलों से लोहा लेने में 27 सदस्य मारे गए थे. 10 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों के खून का बदला खून से लेने का निर्देश दिया गया है.