रांची: खट्टी मीठी यादों को लेकर राजपाल रमेश बैस 17 फरवरी को झारखंड से रवाना होंगे. रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है जबकि सीपी राधाकृष्णन को झारखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई है. नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन 18 फरवरी को झारखंड के नए राज्यपाल के रूप में शपथ लेने वाले हैं. द्रौपदी मुर्मू के स्थान पर 7 जुलाई 2021 को झारखंड के राज्यपाल बने रमेश बैस हमेशा सुर्खियों में बने रहे. अपने कार्यकाल के दौरान सरकार को आईना दिखाने की कोशिश में कई बार राजभवन और राज्य सरकार के बीच टकराहट भी देखी गई.
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इधर, महाराष्ट्र के राज्यपाल बने रमेश बैस के सम्मान में बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर विदाई समारोह आयोजित किया गया. भावपूर्ण वातावरण में राज्यपाल रमेश बैस को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, मंत्री जोबा मांझी, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल पत्रलेख ने पुष्पगुच्छ भेंट कर विदाई दी. इस मौके पर राज्यपाल रमेश बैस की धर्मपत्नी रामबाई बैस भी उपस्थित थी. विदाई समारोह से पहले राजपाल रमेश बैस ने राजभवन में मीडिया कर्मियों के समक्ष अपने अनुभव को साझा किया और झारखंड के बारे में विस्तार से चर्चा की.
झारखंड में अब तक ये रहे राज्यपाल:15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद झारखंड में सर्वप्रथम राज्यपाल के रूप में प्रभात कुमार को जिम्मेदारी दी गई जो 15 नवंबर 2000 से 3 फरवरी 2002 तक राज्यपाल रहे. प्रभात कुमार के बाद झारखंड में विनोद चंद्र पांडे को जिम्मेदारी दी गई जिनका कार्यकाल 4 फरवरी 2002 से 14 जुलाई 2002 तक रहा. तत्पश्चात एम रामा जोइस 15 जुलाई 2002 से 11 जून 2003 तक झारखंड के राज्यपाल बने रहे. 12 जून 2003 से 9 दिसंबर 2004 तक वेद प्रकाश मारवाह झारखंड के राज्यपाल रहे. सैयद सिब्ते रजी झारखंड के राज्यपाल के रूप में 10 दिसंबर 2004 से 23 जुलाई 2009 तक रहे जिनका कार्यकाल काफी सुर्खियों में रहा.
सैयद सिब्ते रजी के बाद के शंकर नारायणन को झारखंड की जिम्मेदारी दी गई जो 26 जुलाई 2009 से 21 जनवरी 2010 तक रहे. एमओएच फारूख झारखंड के 7वें में राज्यपाल के रूप में रहे जिनका कार्यकाल 22 जनवरी 2010 से 3 दिसंबर 2011 तक रहा. वहीं, डॉ सैयद अहमद 4 सितंबर 2011 से 17 मई 2015 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यरत रहे. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौवीं राज्यपाल बनी जिनका कार्यकाल सर्वाधिक दिनों का रहा. द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2015 से 13 जुलाई 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रही. द्रौपदी मुर्मू के बाद रमेश बैस झारखंड के 10वें राज्यपाल बने जिनका कार्यकाल 7 जुलाई 2021 से 12 फरवरी 2023 तक बदले जाने की अधिसूचना जारी होने तक रहा है.
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जानिए झारखंड के नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को:झारखंड के 11वें राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे जो 18 फरवरी को शपथ ग्रहण करने वाले हैं. राजभवन में नए राजपाल के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. राजभवन के बिरसा मंडप में झारखंड हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अपरेश कुमार सिंह के द्वारा पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी. 20 अक्टूबर 1957 को मद्रास के तिरूपुर में जन्म लेने वाले सीपी राधाकृष्णन पेशे से किसान रहने के बाद आरएसएस और जनसंघ से 16 साल की उम्र से ही जुड़े हुए हैं. 1998 और 1999 में लोकसभा चुनाव कोयंबटूर से जीतने वाले सीपी राधाकृष्णन भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के साथ-साथ तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. पहली बार किसी राज्य के राज्यपाल बनने वाले सीपी राधाकृष्णन से झारखंड की जनता को काफी उम्मीदें हैं.