रांचीः झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज यानी शुक्रवार से शुरू हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा पोर्टिको में आकर राज्य में गिरती विधि व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायक इस दौरान माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की.
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राज्य में हाल के दिनों में विधि व्यवस्था की लचर स्थिति पर नाराजगी जताते हुए विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जिस तरह से सुभाष मुंडा की सरेआम गोली मारकर हत्या की गई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य में आम लोग कितने सुरक्षित हैं. उन्होंने अपराधियों के बड़े गैंग के द्वारा जेलों से रैकेट चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की दबिश पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है, जिस वजह से आज आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
सदन के सड़क तक होता रहेगा आंदोलन- बीजेपीः भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि राज्य के युवा जहां नियोजन नीति को लेकर मुख्यमंत्री से सवाल पूछ रहे हैं, वहीं कानून व्यवस्था को लेकर आम लोग चिंतित हैं. चुनाव के वक्त इस सरकार ने 5 लाख युवाओं को प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा किया था, आज वह कहां है. उस पर जवाब युवाओं को देनी चाहिए. विधि व्यवस्था राज्य में लगातार गिर रही है आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं मगर सरकार इसे दुरुस्त करने में तनिक भी संवेदनशील नहीं है. ऐसे में सदन के अंदर और बाहर भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे. निरसा विधायक अर्पणा सेन गुप्ता ने कहा की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि आए दिन आदिवासी बहु बेटियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं हो रही हैं और इसे रोकने में सरकार थोड़ी सी भी पहल नहीं कर रही है. ऐसे में विपक्ष अपनी भूमिका निभाने के लिए सदन के अंदर और बाहर सरकार को जगाने में लगी है.
4 अगस्त तक चलने वाले झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन जिस तरह से भाजपा विधायकों का रुख देखने को मिला, उससे साफ लगता है कि सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से चलना मुश्किल है. बहरहाल इन सबके बीच सरकार इस छोटे से मानसून सत्र में अनुपूरक बजट लाएगी. वहीं कई विधेयक सदन के पटल पर रखने की तैयारी की है.