रांची: माया नगरी मुंबई में आज से विधायकों का महाकुंभ लगने वाला है. 18 जून तक चलने वाले इस राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का आयोजन एमआईटी पुणे और यूनेस्को के द्वारा किया जा रहा है, जिसमें झारखंड सहित देशभर के 200 से ज्यादा विधायक, स्पीकर, पूर्व स्पीकर भाग लेंगे.
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झारखंड से स्पीकर रबींद्रनाथ महतो, पूर्व स्पीकर सह रांची के विधायक सीपी सिंह, विधायक इरफान अंसारी सहित करीब 40 विधायक इसमें शिरकत कर रहे हैं. देश में पहली बार आयोजित हो रहे इस तरह के सम्मेलन के संरक्षक लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन, मीरा कुमार, मनोहर जोशी और शिवराज पाटिल हैं. इस सम्मेलन के कन्वेनर राहुल वी कनाड हैं.
राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में ये होगा खास:मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन के पहले दिन यानी 15 जून को विधायकों के भव्य स्वागत के साथ संध्या 5 से 6 के बीच रजिस्ट्रेशन होगा. दूसरे दिन 16 जून को 10.30 से 12.30 बजे उद्घाटन सत्र, दोपहर 2 से 4 बजे 40 पैरेलल थीमेटिक पार्टिसिपेटरी सेशन ऑफ एमएलए और एमएलसी विषय पर चर्चा होगी. अपराह्न 4 से 5 बजे तक राउंड टेबल डिस्कशन होगा, जिसमें विधानसभा के स्पीकर और परिषद के अध्यक्ष शामिल होंगे. शाम 05 से 06 के बीच लीडर्स थॉट पर चर्चा होगी. इसमें टेक्नोलॉजी, धर्म और गवर्नेंस विषय पर चर्चा होगी.
सम्मेलन के तीसरे दिन 17 जून को 10.30 से 12.30 बजे तक 40 पैरेलल थीमेटिक पार्टिसिपेटरी सेशन ऑफ एमएलए और एमएलसी विषय पर चर्चा होगी, वहीं दोपहर 2 से 4 बजे तक प्लेनरी वीथ स्पीकर्स ऑफ ग्लोबल रिप्यूट विषय निर्धारित है. शाम 4 से 5 राउंड टेबल डिस्कशन नेता प्रतिपक्ष के ऊपर होगा. इसके अलावा उद्योग और व्यवसाय पर भी राउंड टेबल में चर्चा होगी. शाम 5 से 8 बजे आंतरिक सुरक्षा और विदेश नीति पर नेताओं के विचार पर चर्चा होगी. चौथे और अंतिम दिन 18 जून को सम्मेलन डिनर के साथ समाप्त हो जाएगा.
कई मुख्यमंत्री और राज्यपाल के शामिल होने की भी संभावना: सम्मेलन के दौरान ऑनलाइन परिचर्चा भी होगी, जिसमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल के शामिल होने की संभावना है. राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में भाग लेने जा रहे रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि यह अपने आप में अलग सम्मेलन है, जिसमें विधायी कामकाज के साथ-साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी. इससे एक दूसरे के कामकाज के बारे में लोग जानेंगे और सीखने का प्रयास भी करेंगे. इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए एमआईटी पुणे के द्वारा सारी व्यवस्था की गई है.