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मंत्री रहते हुए जनहित का काम करने में निर्वाचन आयोग को तकलीफ, तो छोड़ दूंगा पद: सरयू राय

खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से मुलाकात की. करीब एक घंटे की इस मुलाकात में सरयू राय ने प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर चर्चा की.

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Published : Nov 8, 2019, 5:54 PM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:50 PM IST

सरयू राय रामविलास पासवान से मिले

नई दिल्लीःझारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता सरयू राय ने झारखंड में प्याज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान से मुलाकात की है. मंत्री सरयू राय ने करीब 1 घंटे तक रामविलास पासवान के साथ बैठक की.

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मंत्री सरयू राय का क्या है कहना
बैठक के बाद सरयू राय ने कहा कि मंत्री रामविलास पासवान के साथ हुई बैठक में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर चर्चा हुई. इस चर्चा में प्याज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण कैसे करना है प्याज की आपूर्ती को भी बेहतर करने को लेकर बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नाफेड के माध्यम से दूसरे देशों से प्याज मंगा रही है. सरकार का यह प्रयास जल्द ही राज्यों में दिखेगा.

मंत्री सरयू राय ने कहा कि रामविलास पासवान आश्वस्त हैं कि 15 से 20 दिन के अंदर प्याज की कीमत नियंत्रित हो जाएगी. महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में बेमौसम बरसात हो जाने की वजह से प्याज सड़ गईं और प्याज की नई फसल आने में देर हो गई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड में हम लोग अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रहे हैं कि प्याज के दाम ज्यादा ना बढ़े. कृषि बाजार उत्पादन समिति के मंडियों में जाकर भी प्रयास किया जा रहा है कि प्याज के थोक और खुदरा भाव में अंतर कम से कम हो.

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मंत्री रामविलास पासवान का क्या है कहना
बता दें कि, प्याज के बढ़ते दामों को लेकर रामविलास पासवान ने कहा है कि प्याज की कीमत कम करने के लिए केंद्र सरकार प्रयास कर रही है. विदेशों से भी प्याज का आयात करने का फैसला हुआ है और निर्यात पर भी रोक लगाई गई है. उन्होंने कहा कि अन्य देशों से प्याज के आयात का फैसला लिया गया है ताकि कीमतों में कमी आए. अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की, ईरान स्थित भारतीय मिशनों को भारत को प्याज की आपूर्ति के लिए कहा गया है.

उन्होंने कहा कि प्याज की किल्लत की वजह बेमौसम बरसात है. बारिश के चलते इस बार महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, बिहार जैसे राज्यों में उत्पादन कम हुआ है, इसके चलते परेशानी हुई है. बफर स्टॉक 57 हजार टन है और हम राहत देने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार उत्पादन 30 से 40 फीसदी कम हुआ. जिसके बाद बुआई देर से हुई और फिर बारिश के कारण बाढ़ आ गई. बारिश-बाढ़ से ट्रांसपोर्टेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

मंत्री सरयू राय ने कहा कि चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस भेजा है और मैं चुनाव आयोग की नोटिस का जवाब भी दूंगा, दरअसल 6 तारीख को कृषि बाजार उत्पादन समिति के मंडियों में मैं गया था, वहां के थोक और खुदरा व्यवसायियों से मिला था कि प्याज की कीमत बढ़े नहीं और उसके लिए जो कदम हम लोग को उठाना है वह उठाया जाए.

मंत्री सरयू राय ने कहा कि कृषि बाजार उत्पादन समिति की मंडियों में जाकर मैंने कोई सरकारी बैठक नहीं की, किसी सरकारी अधिकारी को भी मैंने वहां नहीं बुलाया था, सरकारी वाहन लेकर भी मैं वहां नहीं गया था, एस्कॉर्ट और सिक्योरिटी लेकर भी वहां नहीं गया था, यह तो मेरा दायित्व है कि प्याज की आपूर्ति प्रबंधन बना रहे, जनता को कम से कम दाम में प्याज मिले, जो दाम बढ़ रहे हैं वह रुक जाए लेकिन इस प्रयास के लिए भी चुनाव आयोग नोटिस देता है तो मैं सोचने के लिए बाध्य हो रहा हूं कि मंत्री रहते हुए जनहित का काम करने में चुनाव आयोग को परेशानी होगी तो मेरे लिए बेहतर विकल्प होगा कि जनता का काम करूं और मंत्री पद छोड़ दूं.

Last Updated : Nov 8, 2019, 7:50 PM IST

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