रांची: उत्तराखंड में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के सामने कई मांग रखी. भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ द्वारा आयोजित की जा रही दो दिवसीय (14-15 जुलाई) राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं.
CCU के लिए शर्तों में ढील दी जाएः केंद्र सरकार की मदद से सीसीयू खोलने की योजना में आने वाली परेशानियों का जिक्र स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया. मंत्री ने कहा कि इसके लिए मेडिकल कॉलेज या अस्पताल की बाध्यता वाली शर्त और जमीन की समस्या की वजह से परेशानी हो रही है. केंद्र सरकार, राज्य के विवेक पर छोड़ दें कि हम कहां सीसीयू बनाएं, क्योंकि हम राज्य की जरूरतों को बेहतर समझते हैं. उन्होंने सीसीयू चलाने के लिए मिलने वाली मदद (रेकरिंग कॉस्ट) को भी बढ़ाने की मांग की.
15वें फाइनेंस का बकाया 445 करोड़ केंद्र जल्द निर्गत करेः राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र से 15वें वित्त का बकाया 445 करोड़ रुपये जल्द निर्गत करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य योजनाओं को बेहतर संचालन में राज्य को मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी सभी कागजी कार्रवाई करके मार्च में ही केंद्र को भेजा गया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर के पहले दिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राज्य के सरकारी स्कूलों में योग शिक्षक की नियुक्ति की जरूरत बताते हुए केंद्र से इसके लिए आर्थिक मदद देने की मांग की. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अगर सरकारी स्कूलों में योग चिकित्सक की नियुक्ति हो जाए तो लोगों में इतनी रोग प्रतिरोधक क्षमता आ जायेगी. जिससे स्वास्थ्य की आम समस्याओं पर होने वाले मेडिकल पर खर्च में लगभग 30 प्रतिशत खर्च की कमी हो जाएगी.
बन्ना गुप्ता ने कहा कि योग से शरीर निरोग रहेगा और मन और सेहत भी स्वस्थ रहेगा. उन्होंने वर्तमान में योग शिक्षक को मिलने वाली मानदेय की राशि को भी बढ़ाने का आग्रह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से किया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी योग शिक्षकों को प्रतिदिन 250 रुपये मानदेय देने का प्रावधान है जो काफी कम है, इसे बढ़ाया जाए. उन्होंने आग्रह किया कि अभी स्कूल के योग शिक्षक को बहाल करने में समस्या है तो कम से कम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में योग शिक्षक बहाल करने की अनुमति के साथ आर्थिक सहयोग किया जाए.