रांची: झारखंड सरकार के पास वायु प्रदूषण से होने वाली मौत का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. विधायक बंधु तिर्की ने प्रश्नकाल के जरिए सरकार से जानना चाहा था कि बीमारियों के बाद वायु प्रदूषण की वजह से कितनी मौते होती हैं. इसके लिए उन्होंने 2017 के भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़े का जिक्र किया था. जवाब में प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सरकार के पास इससे जुड़ा आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.
सरकार के पास नहीं है वायु प्रदूषण से होने वाली मौत का आंकड़ा, सदन में प्रभारी मंत्री का जवाब - death toll to air pollution
झारखंड सरकार के पास वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों का क्या आंकड़ा है. इसे लेकर विधायक बंधु तिर्की ने सदन में प्रश्नकाल के जरिए सरकार से सवाल किया था, जिसके जवाब में प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सरकार के पास इससे जुड़ा आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.
13 जगहों पर वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग की है व्यवस्था
बंधु तिर्की ने यह भी पूछा था कि क्या यह बात सही है कि झारखंड के 9 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग हो रही है और ग्रीन पीस ने झारखंड के शहरों की हवा को प्रदूषित बताया है. जवाब में प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड में 13 जगहों पर वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग की व्यवस्था है. उस आधार पर अभी तक कहीं से भी यह बात सामने नहीं आई है कि झारखंड के किसी शहर में वायु प्रदूषण परमीसिबल लिमिट से ज्यादा है. उन्होंने विधायक को इस बाबत प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने का भी भरोसा दिलाया.