रांची: झारखंड राज्य गठन के 22 साल हो गए हैं (Jharkhand Foundation Day). सभी क्षेत्रों में विकास की नई लकीर खींची जा रही है, शिक्षा के क्षेत्र में भी हम कई कदम आगे बढ़े हैं. लेकिन झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में अभी काफी सुधार किया जाना बाकी है. इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने राज्य के छात्रों और शिक्षकों से बात की तो शिक्षा में सुधार की आवश्यकताओं पर उन्होंने जोर दिया (Shortage Of Teachers In Institutions).
झारखंड गठन के 22 साल बाद भी शिक्षा व्यवस्था में सुधार का काम बाकी, शिक्षकों की कमी बड़ी समस्या - रांची विश्वविद्यालय गेस्ट फैकल्टी
झारखंड राज्य की स्थापना के 22 साल हो गए हैं (Jharkhand Foundation Day) . राज्य ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है, लेकिन शिक्षा व्यवस्था अभी भी चिंतनीय बनी हुई है. ईटीवी भारत से बातचीत में छात्रों और वर्तमान शिक्षकों ने प्राथमिक स्तर से कॉलेज तक में शिक्षकों की कमी (Shortage Of Teachers In Institutions) को सबसे बड़ी समस्या बताया.
झारखंड राज्य की स्थापना
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छात्र-छात्राओं और प्रोफेसर्स ने कहा कि आज की तारीख में झारखंड के कॉलेजों में सबसे ज्यादा दिक्कत शिक्षकों की कमी की है. डोरंडा कॉलेज के छात्र बॉबी कुमार, छात्रा रिम्मी कुमारी कहती हैं कि झारखंड में सभी तरह की तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई होती है लेकिन अन्य राज्यों की तरह झारखंड के छात्र-छात्राओं को प्लेसमेंट और अच्छी सैलरी नहीं मिल पाती.