रांची: 15 नवम्बर को झारखंड स्थापना दिवस 2022 (Jharkhand Foundation Day 2022) पर आयोजित होने वाले समारोह की सुरक्षा में दो हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी. वहीं सुरक्षा व्यवस्था की मॉनेटरिंग के लिए रांची में तीन आइपीएस, आधा दर्जन डीएसपी, सहित कई अधिकारियों की तैनाती की गई है. (Foundation Day Security)
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सुबह छह बजे से ही तैनात रहेंगे जवान:झारखंड स्थापना दिवस 2022 को लेकर 15 नवम्बर को रांची में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर शहरभर में दो हजार अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. सुरक्षा में लेकर तीन आईपीएस, छह डीएसपी, 40 इंस्पेक्टर और 80 दारोगा को भी लगाया गया है. मोरहाबादी स्थित मुख्य आयोजन स्थल की सुरक्षा तीन लेयर में होगी. इसके अलावा बम निरोधक दस्ता, जैप, एटीएस और झारखंड जगुआर की टीम को भी तैनात किया गया है. मंगलवार सुबह 6 बजे से ही जवान मोरहाबादी मैदान में तैनात रहेंगे.
सीसीटीवी से निगरानी:सुरक्षा में किसी भी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो इसी को देखते हुए पूरे शहर की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है. साथ ही सादे लिबास में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि स्थापना दिवस को लेकर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मोरहाबादी में मुख्य कार्यक्रम को लेकर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. समारोह स्थल में जाने वाले हर वाहनों को चेकिंग के बाद ही स्थल तक जाने दिया जाएगा. समारोह स्थल के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. साथ ही दो ड्रोन कैमरा का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ड्रोन और सीसीटीवी कैमरा से पूरे समारोह की निगरानी की जाएगी. इसके लिए कंट्रोल रूम में आधा दर्जन पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है. उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे पल-पल की रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को देंगे.
मोबाइल पर रोक:वहीं ड्यूटी के दौरान किसी भी जवान को मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया गया. यदि कोई जवान मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है तो मोबाइल सीज किया जाएगा. सुरक्षा को लेकर प्रतिबंधित वस्तुओं की भी सूची तैयार की गई, जिसमें बैग, छतरी, ज्वलनशील पदार्थ, चाकू, लेकर आने पर मनाही रहेंगे.
रैफ और जैप के जवान भी रहेंगे तैनात:मुख्य समारोह स्थल की सुरक्षा में जिला पुलिस के अलावा रैफ और जैप के जवान भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा टाइगर मोबाइल, पीसीआर, थाना का गश्ती दल और थाना प्रभारियों को भी अलग-अलग जिम्मेवारी सौंपी गई है.
मेटल डिटेक्टर से होगी जांच:कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वालों की मेटल डिटेक्टर से जांच होगी. प्रवेश मार्ग के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. इसके अलावा मेटल स्कैनर से भी जांच की जाएगी. पूरी तलाशी के बाद ही लोगों को कार्यक्रम स्थल तक प्रवेश करने दिया जाएगा.