कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी का 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन 24 फरवरी से 26 फरवरी तक छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हो रहा है. इस राष्ट्रीय अधिवेशन में झारखंड से एआईसीसी और पीसीसी डेलीगेट्स मेंबर भी भाग लेंगे.
इसके अलावा इस अधिवेशन में 2024 को लेकर विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस की क्या नीति होगी, इस पर भी चर्चा की जाएगी. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि रायपुर अधिवेशन में गिरती अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और यूथ के मुद्दे पर कांग्रेस की रणनीति पर भी चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में झारखंड के AICC और PCC डेलीगेट्स के 250 से 300 सदस्य हिस्सा लेने जायेंगे.
रामगढ़ उपचुनाव को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम हिस्सा लेने नहीं जायेंगे. राकेश सिन्हा ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित कई विधायक और सांसद, मंत्री राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत करने वाले हैं.
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी का यह अधिवेशन कई मायनों में महत्वपूर्ण है. इसमें 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को जीतने की रणनीति बनाई जाएगी. राकेश सिन्हा ने कहा कि इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में कई सामाजिक और राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए जाएंगे.
अधिवेशन के लिए बंधु तिर्की ने तैयार किया 16 सूत्री सुझावः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24, 25 व 26 फरवरी को होने वाले 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन में इस बार का विषय सामाजिक न्याय न्याय और सशक्तिकरण रखा गया है. इस विषय को लेकर झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने 16 सूत्री सुझाव भी तैयार किया है, जिसे वो राष्ट्रीय अधिवेशन में रखेंगे. भारत के जो राज्य पांचवी और छठी अनुसूची में है, वहां पर आदिवासियों को इस अनुसूची के प्रावधानों का लाभ मिलना चाहिए. इसके अलावा वन अधिकार कानून का सख्ती से पालन करना सुनिश्चित करने सहित कई मुद्दों को इसमें रखा गया है.
पार्टी से निलंबित सदस्य अधिवेशन में नहीं लेंगे हिस्साः कांग्रेस से निलंबित तीन राज्य स्तरीय नेता आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू कांग्रेस के 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल नहीं होंगे. इसको लेकर पार्टी कार्यालय सचिव और प्रदेश महासचिव अमूल्य नीरज खलखो ने एक पत्र जारी किया है. इस पत्र में लिखा है कि कांग्रेस अधिवेशन में पूर्व PCC सदस्यों को शामिल होने की अनुमति नहीं है, इसलिए आप तीनों निलंबन की वजह से इस अधिवेशन में शामिल होने के पात्र नहीं हैं.