रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के निर्देश पर केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानून की वापसी के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के आह्वान पर चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है. ऐसे में मंगलवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड कांग्रेस के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को किसान और कांग्रेस से दोनों से डर लगता है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि लोग आंदोलनजीवी हो गए हैं, उन्हें यह सोच समझकर बोलना चाहिए, उन्हें अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए कि उनके शासनकाल में किसान आंदोलनजीवी हो गए या लोग आंदोलनजीवी हो गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी फैसले लिए हैं, वह जनविरोधी फैसले हैं. उन्होंने किसानों के खिलाफ काला कानून लाने का काम किया है, उन्हें किसानों से पूछा भी नहीं, अगर किसी के लिए कानून ला रहे हैं तो उन्हें उनसे बात करनी चाहिए थी, वर्तमान में 14 करोड़ किसान इस कानून से आहत हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से वह किसानों और कांग्रेस को आंदोलनजीवी बता रहे हैं तो उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए कि कहीं वह पूंजीपतिजीवी तो नहीं हो गए हैं. सरकार की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि किसानों को कांग्रेस की ओर से बरगला जा रहा है. ऐसे में अगर उन्हें लगता है कि कांग्रेस उन्हें बरगला रही है तो उन्हें अपनी असफलता को देखते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. जब लाल किला पर दिल्ली पुलिस के बावजूद झंडा फहरा दिया जा रहा है, इससे बड़ी दुखद बात क्या हो सकती है और कार्रवाई के नाम पर गलत लोगों को पुलिस पकड़ रही है.