रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी ने धरोहर श्रृंखला का 23वां वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर अपलोड कर देश के वर्तमान पीढ़ियों को अवगत कराने का काम किया है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने राष्ट्र निर्माण की अपने महान विरासत कांग्रेस की धरोहर की 23वें वीडियो को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया. जिसके बाद उन्होंने कहा कि नागपुर में फ्लैग सत्याग्रह के दौरान जेल यात्रा के बाद एमएस हार्डिकर ने सेवादल के गठन का विचार लेकर जवाहरलाल नेहरू से चर्चा कर सेवादल संगठन की स्थापना की. हमारी धरोहर का यह एपिसोड सेवादल के गठन और स्वाधीनता संग्राम में योगदान को बयान करता है.
सेवा दल की स्थापना का जिक्र
उन्होंने कहा कि साल 1923 असहयोग आंदोलन के बाद आजादी के संघर्ष की परवान पर चढ़ने का दौर था. नागपुर में फ्लैग सत्याग्रह के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हीं में एमएस हार्डिकर की ओर से स्थापित हुगली सेवा मंडल के सदस्य भी थे. अंग्रेजों ने उनको तोड़ने, डराने, मनाने की तमाम कोशिशें की लेकिन वह विफल साबित हुए और इसी दौरान जेल में रहते हुए ही एमएस हार्डिकर के मन में एक विचार आया सेवादल के गठन का. एक ऐसा संगठन जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उनमें फौजी अनुशासन और ब्रिटिश हुकूमत से लड़ने का मजबूत जज्बा पैदा कर सके. जेल से बाहर आते ही हार्डिकर ने इलाहाबाद जाकर नेहरू से मुलाकात की और सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले लड़ाका संगठन की स्थापना पर चर्चा की. 1923 में सरोजनी नायडू ने हिंदुस्तानी सेवादल बनाने का प्रस्ताव रखा. पंडित नेहरू को इसका पहला अध्यक्ष बनाया गया. यही संगठन आगे चलकर कांग्रेस सेवादल के रूप में जाना गया.