नई दिल्ली: झारखंड के श्री सम्मेद शिखरजी विवाद (Sammed Shikharji Controversy) को लेकर कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी ने जैन समाज के आक्रोश और नाराजगी के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस झारखंड प्रभारी और पार्टी महासचिव अविनाश पांडे (Avinash Pandey statement on Sammed Shikharji) ने कहा कि धार्मिक भावना बेहद संवेदनशील विषय है. कांग्रेस पार्टी सभी धर्मों की आस्था का पूरा सम्मान करती है. यह जो योजना है केंद्र सरकार की योजना है जो कि भारतीय जनता पार्टी अपने सत्ता में रहने के दौरान ही लेकर आई है. खासतौर पर अगर झारखंड की बात की जाए तो केंद्र सरकार ने जैन समाज की आस्था को नजरंदाज किया है. जैन धर्मगुरुओं ने महात्मा गांधी को अहिंसा और सत्याग्रह की प्रेरणा दी है.
उन्होंने कहा कि एक ओर राहुल गांधी देश के सभी लोगों को जोड़ने के लिए ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं, दूसरी ओर बीजेपी सभी धर्मों में नफरत फैला रही है. साल 2015 में बीजेपी के सहयोग से बनी सरकार में मुख्यमंत्री रहे झारखंड के तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने शिखरजी हिल्स में पर्यटन को विकसित करने के लिए पारसनाथ पहाड़ी विकास योजना जारी की थी.
उन्होंने कहा कि झारखंड के धनबाद जिले में पारसनाथ पहाड़ी और तोपचांची वन्यजीव अभयारण्यों की सीमा श्रेत्र 25 किलोमीटर के दायरे को इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) के रूप में घोषित कर दिया गया है. गुजरात में जहां बीजेपी के पास डबल इंजन सरकार है, वहां भी जैन समुदाय के दो तीर्थ स्थलों की पवित्रता को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं उन्होंने झारखंड में यात्रा के अगले चरण को लेकर कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस एक विशेष संदेश लेकर आगे बढ़ रही है. यह राजनीति को पीछे छोड़ कर लोगों को प्रेम भाव से जोड़ने वाली यात्रा है. इस यात्रा की उपयात्रा का आयोजन जल्द ही झारखंड में किया जाएगा. इससे पहले राज्य के 24 जिलों में और 320 प्रखंडों में यात्रा 20 दिसंबर तक निकाली गई. देशभर में कांग्रेस ने तीन हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा निकाली. अब इसके दूसरे चरण में कांग्रेस पार्टी 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की शुरूआत करेगी. हालांकि झारखंड में इसे एक फरवरी से शुरू किया जाएगा.