नई दिल्ली:झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने सोमवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में एक बार फिर विश्वास मत हासिल किया (Hemant Soren won trust vote) है. झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय (Jharkhand Congress in charge Avinash Pandey) ने बधाई दी और चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा पर स्थिर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है.
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झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि 'मैं बधाई देना चाहूंगा, झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में यूपीए के गठबंधन के जीतने भी विधायक हैं, उन्होंने हर प्रकार की परिस्थितियों का सामना करते हुए विश्वासमत हासिल किया है. लोकतंत्र के लिए खतरे की घड़ी है जिस दौर से हम गुजर रहे हैं और जिन राज्यों में भी गैर भाजपाई सरकार है, वहां जिस प्रकार से स्थिर सरकार को अस्थिर करने का असफल प्रयास किया जा रहा है, वह बहुत चिंता की बात है.'
उन्होंने कहा कि अब आगे भी इस तरह की घटनाओं को लेकर हमारे विधायक सजग रहेंगे, जिम्मेदारी और एकता का परिचय देते हुए इसका जवाब देंगे. इसके साथ ही उन्होंने हेमंत सोरेन की विधायकी पर कहा कि महामहिम से बार बार गुजारिश की जा रही है कि जो भी निर्णय हो वह कानून के तहत चुनाव आयोग के माध्यम से जो उन्हें आया हुआ है उसकी वह घोषणा करें. जिस दिन इसपर फैसला आएगा जितने भी घटक दल हैं वो एकत्र बैठकर आगे की रणनीति तय करेंगे.
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा की साजिशों का जवाब देने, लोकतंत्र को बचाने और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को संदेश देने के लिए यह विश्वास प्रस्ताव लाया गया है. उन्होंने कहा जब से उनकी सरकार ने शपथ ली है, तभी से भाजपा दूसरी पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों मे जुटी है. सीएम ने विश्वास प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान झारखंड के राज्यपाल और चुनाव आयोग पर भी हमला बोला.
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने सोमवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र (Special session of Jharkhand Assembly) में एक बार फिर विश्वास मत हासिल किया है (Hemant Soren government wins trust vote). 81 सदस्यीय सदन में विश्वास मत के प्रस्ताव पर सरकार के पक्ष में 48 मत पड़े, जबकि भाजपा और आजसू पार्टी के सदस्यों ने मत विभाजन के समय सदन का बहिष्कार कर दिया. इसके साथ ही स्पीकर ने विधानसभा के विशेष सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा की साजिशों का जवाब देने, लोकतंत्र को बचाने और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को संदेश देने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है.