चुनावी रणनीति के बारे में जानकारी देते कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर रांची: झारखंड कांग्रेस राज्य के सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में संगठन को धारदार बनाने की कोशिश कर रही है. पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में अलग-अलग जिलों के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक आयोजित कर एक-एक विधानसभा स्तर पर पार्टी की बूथ लेवल पर मजबूती और कमजोरियों का आकलन किया जा रहा है.
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टास्क को पूरा करें या खुद पद छोड़ दें:वहीं जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के वैसे पार्टी पदाधिकारियों की सूची भी तैयार की जा रही है, जो पार्टी की ओर से मिले असाइनमेंट को पूरा करने में अपनी निष्क्रियता दिखाई है. ऐसे पार्टी पदाधिकारियों को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने दो टूक कह दिया है कि या तो पार्टी की ओर से दी जा रही टास्क को पूरा करें या खुद पद छोड़ दें.
अब कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी:पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने साफ शब्दों में ऐसे निष्क्रिय पदाधिकारियों को कह दिया है कि पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी के मोड में आ गई है. इसलिए अब कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष के कड़े रुख के बाद कई प्रखंड अध्यक्षों ने कोई न कोई वजह बताकर खुद पद छोड़ दिया है. जबकि कई प्रखंडों के अध्यक्ष ने टास्क पूरा करने के लिए आलाकमान से समय की मांग की है. झारखंड कांग्रेस पार्टी के विश्वनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डेढ़ दर्जन से अधिक प्रखंड अध्यक्षों को बदलने की कार्यवाही शुरू हो गयी है.
इन प्रखंड अध्यक्षों पर गिरनेवाली है गाज:पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोडरमा के डोमचांच प्रखंड, हजारीबाग के बरकट्ठा, चौपारण, विष्णुगढ़, डाडीप्रखण्ड, पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला, गुडाबन्दा, गोलमुली, टेल्को, कदमा, साकची प्रखंड के अध्यक्ष पर गाज गिरने वाली है. इसी तरह पश्चिमी सिंहभूम के झींकपानी प्रखंड, पलामू के मेदिनीनगर, सतबरवा, रामगढ, हुसैनाबाद, गढ़वा के बरडीहा, चिनियां, मेराल, दुमका जिले के रामगढ़ प्रखंड सहित कई जिलों के प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष को या तो बदल दिया गया है या यह प्रक्रियाधीन है.
प्रखंड कांग्रेस अध्यक्षों को मिला था ये टास्क:झारखंड कांग्रेस ने सभी प्रखंडों में जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने, अपने-अपने प्रखंडों में बूथ स्तर पर सक्रिय और जुझारू कांग्रेस जनों की सूची तैयार करने, अपने अपने प्रखंडों में सदस्यता अभियान के साथ साथ डिजिटल सदस्यता अभियान चलाने का टास्क दिया गया था. इसके साथ साथ राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्षों की सक्रियता का भी आकलन प्रदेश स्तर पर किया गया है.