रांचीः कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के द्वारा आदिवासियों पर की टिप्पणी ने झारखंड की सियासत को गर्म कर दिया है. झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आदिवासियों से माफी मांगने को कहा.
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हाथों में तख्ती लेकर विधानसभा पार्टिको में नारेबाजी कर रहे भाजपा विधायकों ने इस दौरान इरफान अंसारी पर कार्रवाई करने की मांग की. अपने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर विधायक इरफान अंसारी के द्वारा की गई टिप्पणी से आहत भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कांग्रेस विधायक पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बुधवार को सदन के अंदर इरफान अंसारी ने आदिवासियों के ऊपर में कितनी की है, वह कहीं ना कहीं अमर्यादित है, जिसके लिए उन्हें राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं विधायक अमित मंडल ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इतना हल्का और अव्यावहारिक बात बोल कर इरफान अंसारी ने सभी मर्यादा को तार-तार कर दिया है. विधायक नीरा यादव ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि जिस तरह से इरफान अंसारी लगातार बेतुकी बात बोलकर मीडिया की सुर्खियों में रहना चाहते हैं, वह किसी विधायक को शोभा नहीं देता है. उन्हें पता नहीं है कि बाबूलाल मरांडी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री रहे हैं. ऐसे में उन पर इस तरह की टिप्पणी कर राज्य के आदिवासी समाज को अपमानित करने का काम उन्होंने किया है.
बेतुके बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं इरफान अंसारीः जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी अपने बेतुका बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. बुधवार को मानसून सत्र के दौरान सदन में बाबूलाल मरांडी के द्वारा ट्विटर पर जारी एक वीडियो प्रकरण का जिक्र करते हुए इतना तक कह दिया कि मुझे समझ में नहीं आता है कि आदिवासी तो इतनी तेज होते नहीं हैं, ऐसा कैसे कर दिया. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के आदिवासियों पर की गई इस टिप्पणी को भारतीय जनता पार्टी ने हाथों हाथ लिया है. झारखंड से लेकर पूरे देश भर के भाजपा के बड़े छोटे आदिवासी नेता इसकी आलोचना करने लगे. गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के विधायकों ने इसे मुद्दा बनाते हुए सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया.