रांची:जनता की शिकायतों को दूर करने के लिए 28 अगस्त से झारखंड कांग्रेस कार्यालय में हर सोमवार को कांग्रेस कोटे के मंत्रियों की जनसुनवाई शुरू की गयी थी. जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मंत्री महीने के हर सोमवार को रोटेशन के आधार पर पार्टी कार्यालय में बैठ रहे थे, लेकिन पिछले चार सोमवार से कोई जनसुनवाई नहीं हो रही है. इसे लेकर भाजपा ने तंस कसा है.
पहले दिवाली, फिर छठ पूजा और फिर गुरुनानक जयंती प्रकाश पर्व का हवाला देकर जनसुनवाई स्थगित की गई, लेकिन आज बिना किसी कारण के जनसुनवाई स्थगित कर दी गई. अब भारतीय जनता पार्टी के नेता शिवपूजन पाठक यह कहकर तंज कस रहे हैं कि जब जनता उनसे सवाल पूछ रही है तो जनसुनवाई को लेकर उनकी असहजता स्वाभाविक है. वहीं कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा कि जिस मंत्री का जनसुनवाई के लिए रोटेशन तय किया गया था, वे अपने क्षेत्र में व्यस्त थे, इसलिए आज जनसुनवाई नहीं हुई.
बीजेपी का तंज, कांग्रेस में आत्मविश्वास की कमी:भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि जनसुनवाई पहले से ही बंद है. उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में करारी हार से संभव है कि कांग्रेस नेताओं में आत्मविश्वास की कमी हो गयी है. उन्होंने कहा कि जब जनता ही मुख्यमंत्री और मंत्री से योजनाओं के बारे में सवाल पूछने लगेगी तो कोई भी मंत्री जनसुनवाई क्यों करेगा. कांग्रेस कार्यालय में हुई जनसुनवाई को बंद कमरे में हुई जनसुनवाई बताते हुए शिवपूजन पाठक ने कहा कि भले ही जनता के सवालों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, लेकिन कांग्रेस कोटे के मंत्रियों का मन उन सवालों से परेशान जरूर होगा.