रांचीः झारखंड आंदोलनकारियों के परिजनों को नौकरी और 5 फीसदी आरक्षण देने संबंधी हेमंत कैबिनेट के फैसले के बाद अब झारखंड आंदोलनकारियों को चिह्नित करने को लेकर मांग तेज हो गई है. विधानसभा का घेराव करने पहुंचे हजारों समर्थकों ने हेमंत सरकार से झारखंड आंदोलनकारियों के चिंह्नितीकरण में हो रही देरी की ओर ध्यान खींचा.
विधानसभा का घेराव करने पहुंचे झारखंड आंदोलनकारी, CM से मुलाकात कर पहचान में देरी की ओर खींचा ध्यान - झारखंड विधानसभा का घेराव
सोमवार को सैकड़ों की संख्या में झारखंड आंदोलनकारी विधानसभा का घेराव करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने हेमंत सरकार से झारखंड आंदोलनकारियों को चिह्नित करने में हो रही देरी की याद दिलाई.
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विधानसभा के सामने नए पुंदाग स्थिति मैदान पहुंचे आंदोलनकारियों की सभा हुई. जिसमें विधायक मथुरा महतो, विनोद सिंह, आजसू विधायक लंबोदर महतो शामिल हुए. आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे विधायक मथुरा महतो और विनोद सिंह के नेतृत्व में 11 सदस्यीय शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए झारखंड आंदोलनकारियों ने कहा कि अब तक मात्र 5 हजार आंदोलनकारियों को चिन्हित किया गया है, जबकि झारखंड आंदोलन में 73 हजार लोग शामिल थे. उन्हें सम्मान और पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग करते हुए शिष्टमंडल ने नियम को सरल बनाने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया.