रांची: एनडीए से अलग होने के बाद जनता दल यूनाइटेड अब महागठबंधन में अपनी स्थान देख रही है. बिहार में महागठबंधन के साथ मिलने के बाद अब झारखंड में भी महागठबंधन के अंदर जनता दल यूनाइटेड अपनी जगह तलाश कर रही है. इसको लेकर जनता दल यूनाइटेड के मुख्यालय प्रभारी व वरिष्ठ नेता सरवन कुमार बताते हैं कि जिस तरह से जेडीयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के दिशा निर्देश पर पार्टी चल रही है ऐसे में यह तो निश्चित है कि आने वाले समय में झारखंड में जनता दल यूनाइटेड अपने जनाधार के बल पर अपनी खोई हुई लोकप्रियता हासिल करेगी(JDU organization engaged in strengthening ).
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उन्होंने बताया कि आने वाले 16 जनवरी को जनता दल यूनाइटेड के नए प्रभारी व बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी रांची आएंगे और पुराने विधानसभा भवन में कार्यकर्ताओं के साथ एक सम्मेलन करेंगे. जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं को कई दिशा निर्देश दिए जाएंगे ताकि आने वाले समय में झारखंड इकाई की जनता दल यूनाइटेड एक बार फिर से जनाधार के साथ राज्य में मजबूत हो सके. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अपने बड़े नेताओं के दिशा निर्देश के हिसाब से पार्टी अपने बल पर यह तय करेगी कि किन-किन विधानसभा सीटों पर जनता दल यूनाइटेड अपने दावे मजबूत कर सकती है. उसके बाद ही महागठबंधन के आला नेताओं से बात कर गठबंधन का प्रयास किया जाएगा.
वहीं महागठबंधन में शामिल होने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री बताते हैं कि निश्चित रूप से 2024 के आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महागठबंधन अपना और भी अधिक विस्तार करेगी और इसमें जो भी पार्टियां शामिल होंगी उनका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में जो भी पार्टियां शामिल होती हैं, उसे समाप्त करने का प्रयास किया जाता है और जनता दल यूनाइटेड भी इसी का शिकार हुई है. लेकिन महागठबंधन का एक ही उद्देश्य है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों से देश को बचाना है ताकि राज्य और देश में सुख और शांति बनी रहे.