रांचीः झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 8वीं, 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया है. कोरोना महामारी के मद्देनजर इस वर्ष एक निर्णय के तहत इन विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से इस मामले को लेकर विचार-विमर्श भी किया जा रहा है
कोरोना महामारी के कारण तमाम स्कूल कॉलेज मार्च महीने से ही बंद है. ऐसे में आठवीं, नौवीं और ग्यारहवीं के पठन-पाठन भी काफी प्रभावित हुए हैं और स्कूल नहीं खुलने के कारण परेशानियां बरकरार है. ऐसे विद्यार्थियों को सहुलियत देने के उद्देश्य से झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इन विद्यार्थियों के लिए परीक्षा आयोजित ना करने का फैसला लेते हुए शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा है. जैक की ओर से कहा गया है कि इन कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई सही ढंग से नहीं होने के कारण परीक्षाफल भी बेहतर नहीं होगा. पाठ्यक्रम भी अब तक पूरा नहीं किया जा सका है, अगर स्कूल खोला नहीं जाता है तो सही समय पर परीक्षा की तैयारी नहीं हो पाएगी.
8वीं-11वीं की वार्षिक परीक्षा नहीं लेने के पक्ष में जैक, विभाग को भेजा प्रस्ताव
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने आठवीं नौवीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया है. जैक ने स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग को प्रस्ताव भेजा है, जिसपर विचार किया जा रहा है.
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इसी कड़ी में जैक ने स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग को आठवीं, नौवीं और ग्यारहवीं की पढ़ाई नहीं होने पर परीक्षा आयोजित करने में परेशानी बताई है. साथ ही इन विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए प्रस्ताव भेजा है. अगर इन विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया जाता है तो वर्ष 2021-22 के सत्र में अप्रैल माह से ही अब नए क्लासेस शुरू होगी. ओएमआर सीट के जरिए यह परीक्षाएं आयोजित होती है. हालांकि इस मामले को लेकर विचार-विमर्श का दौर जारी है. इधर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से मैट्रिक, इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को लेकर तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है.