रांचीः बजट सत्र के दूसरे दिन सत्तापक्ष और विपक्ष की तीखी नोंकझोंक के बीच सदन की कार्यवाही दिनभर चलती रही. सदन में जहां पांकी विधायक द्वारा पिछले दिनों हुए साम्प्रदायिक हिंसा के उठाए जाने के माहौल गरमाने लगा. पांकी के भाजपा विधायक ने हिंसा के दौरान उनके क्षेत्र में मस्जिद से पेट्रोल बम फेंके जाने की बात जैसे कही, उसके बाद सदन में सत्ता पक्ष के सदस्य हल्ला करने लगे.
इरफान की तीखी प्रतिक्रियाःपांकी विधायक के इस वक्तव्य पर कांग्रेस के निलंबित विधायक इरफान अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा है कि भाजपा के लोग जानबूझकर दंगा फैलाते रहे हैं और पांकी विधायक जो कि भाजपा से हैं इसलिए इस तरह का वक्तव्य सदन में दे रहे हैं. कहीं मस्जिद से कोई पेट्रोल बम बनाकर फेंकेगा यह सरासर झूठ है. किसी धार्मिक स्थल को बदनाम करने की साजिश है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार अच्छा काम कर रही है, जो भारतीय जनता पार्टी को खल रहा है. उन्हें यह सोचना चाहिए कि विकास के काम वह करें जिससे आने वाले समय में जब चुनाव के वक्त जनता के बीच जाएंगे तो मुंह दिखा सकेंगे.
नियोजन नीति को लेकर चलता रहा बयानों का तीरःनियोजन नीति को लेकर झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन बयानों का तीर चलता रहा. सत्ता पक्ष विपक्ष के आरोपों पर सफाई देने में जुटी रही. आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने सरकार पर युवाओं के भावना से खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से नियोजन नीति लाई गई थी वह अनुचित था. उस समय भी हम लोगों ने इसी जगह शंका जताई थी कि नियोजन नीति कितना कारगर होगा. एक बार फिर सरकार नया ड्रामा करने जा रही है, देखना होगा कि यहां के युवाओं के लिए जो सरकार नई नियोजन नीति ला रही है वह कितना कारगर साबित होता है.
नियोजन नीति को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि हम विधानसभा में झाल बजाने नहीं आए हैं बल्कि जनता से जुड़ी हुई समस्या और उसके समाधान के लिए आए हैं. जिस तरह से नियोजन नीति बनाई गई थी, उससे राज्य के युवाओं का भला नहीं होने वाला था. मेरा मानना है कि जिसके हाथ में खतियान है उसे ही झारखंड में नौकरी मिले. ग्रेड 3 और ग्रेड 4 में यहां के लोगों को नौकरी मिले यह सुनिश्चित होना चाहिए.