रांची: विधानसभा में बजट सत्र के पांचवें दिन भी विपक्षी दलों ने हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे पर विधायक इरफान अंसारी ने सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि बीजेपी ने यह मान लिया है, की आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक की वोट उन्हें नहीं चाहिए, एक गंभीर मुद्दे को लेकर सदन के अंदर चर्चा होती है और विपक्षी दलों ने हंगामा करने का एक नई परिपाटी शुरू कर दी है, जो बिल्कुल ही अशोभनीय है.
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इरफान अंसारी ने कहा कि गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी बच्चों की छात्रवृत्ति के मुद्दे को लेकर सदन के अंदर बहस होती है और विपक्ष हंगामा करता है, विपक्ष जनता के मुद्दे को सदन में रखना ही नहीं चाहती है. वहीं सदन के अंदर हंगामा किए जाने पर उन्होंने सीपी सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राजनीतिक से संयास ले लेना चाहिए, अगर उन्हें सदन अच्छा नहीं लगता है, तो उन्हें सदन और राजनीतिक से संयास ले लेना चाहिए.
बीजेपी का इरफान अंसारी पर निशाना
इरफान अंसारी के सीपी सिंह के खिलाफ दिए बयान को लेकर बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के लोग आज नसीहत दे रहे हैं, जो सदन के अंदर स्पीकर के मुंह पर जूता चप्पल फेंकने का काम कर चुके हैं, जिन्होंने माइक तोड़कर स्पीकर के ऊपर फेंकने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सदन में जब अवैध क्रशर जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर आवाज उठाई जाती है, तो सरकार जवाब नहीं देती है, सरकार जवाब देती तो विपक्ष के हंगामा करने की नौबत ही नहीं आती, लेकिन सरकार जनता की आवाज सुनने को तैयार नहीं है.