रांची: बीएयू में पूर्वी क्षेत्र प्रादेशिक एवं एग्रोटेक की तीन दिवसीय राज्यस्तरीय किसान मेला का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान परिवार से जुड़े होने की वजह से वह किसानों की आवश्यकता और समस्यओं को समझती हैं.
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कौशल विकास कार्यक्रम चलाने की जरूरत
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राज्य में कृषि विकास को गति देने के लिए किसानों के बीच अधिकाधिक जागरूकता और कौशल विकास कार्यक्रम को चलाए जाने की जरूरत है. कृषि वैज्ञानिकों को स्थानीय उपयुक्त लाभकारी नवाचार तकनीकी को विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ना होगा. हर साल तकनीकी नवीनता के साथ मेले का आयोजन विश्विद्यालय की विशेषता और पहचान है. उन्होंने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी सेवा, उपादान और उत्पादों के जीवंत प्रदर्शन का किसान मेला सर्वाधिक प्रभावी माध्यम है. अधिकाधिक किसान इस अवसर का लाभ लें. इस मौके पर पशुपालक कैलेंडर, आधुनिक सूकर पालन के आयाम और जीव रसायन प्रश्न बैंक पुस्तिका का विमोचन किया गया, साथ ही कृषि उद्यमिता क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दुमका की सपना कुमारी, मछली उत्पादन में गढ़वा के गौरव साव, सूकर पालन में नगड़ी के सौरव उरांव और पपीता की खेती में सिंहभूम के महेश पूर्ति और बिरसा मुंडा के पोते सुखराम मुंडा को द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया.
किसानों के आत्मनिर्भरता को बल देने की तैयारी
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि झारखंड में सरप्लस उत्पादित कृषि उत्पादों को उचित मूल्य मिलने के लिए देश के कोने-कोने तक के बाजारों में किसानों को पहुंचाना जरूरी है. झारखंड से जल्द ही सप्ताह में एक दिन-देश के कोने–कोने तक किसान मेल ट्रेन की सुविधा उपलब्धता कराई जाएगी. ताकि, किसानों को कृषि उत्पाद बेचने में आसानी, मंडी टैक्स से निजात और किसानों के आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा. वहीं, विधायक समरी लाल ने राज्य सरकार से कांके स्थित एशिया के सबसे बड़े बेकन फैक्ट्री को पुनः खोलने की मांग की. राज्य में आदिवासी के बीच सूकर पालन प्रचलित होने की वजह से इसे जरूरी बताया.