रांची:राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को आईआईएम रांची में बिरसा मुंडा सेंटर फॉर ट्राइबल अफेयर्स का ऑनलाइन उद्घाटन किया. इसके साथ ही इस सेंटर के तहत स्टडी करने के लिए विकास भारती और केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ एक एमओयू भी हुआ. कार्यक्रम में आईआईएम के निदेशक प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह ने बिरसा मुंडा के विजन और मिशन पर एक प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया. अब आईआईएम रांची में ट्राइबल अफेयर्स के जरिए विद्यार्थी रिसर्च स्टडी कर पाएंगे.
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विद्यार्थियों को शोध में होगी आसानी
आईआईएम के निदेशक शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आईआईएम के माध्यम से स्थानीय समुदाय को फायदा होगा. आदिवासियों को कौशल और उद्यमिता से जोड़ा जा सकेगा. इस सेंटर में आधुनिकता के दौर में जनजातियों के सांस्कृतिक और पारंपरिक परिवेश का उनके जीवन यापन में लाभ और नुकसान के साथ-साथ वो किन परेशानियों से जूझ रहे हैं, इस पर अध्ययन होगा. इस सेंटर के जरिए विद्यार्थियों को शोध करने में आसानी होगी और विद्यार्थियों को इसका लाभ भी मिलेगा.
राज्यपाल ने की सराहना
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इस सेंटर का उद्घाटन होना आईआईएम के लिए बेहतर पहल है. आईआईएम देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में है जो विद्यार्थियों के बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इस राज्य में 32 आदिम जनजाति हैं और उन पर अगर शोध होता है तो यह देश के लिए भी फायदेमंद साबित होगा. इस कार्यक्रम में विकास भारती के संस्थापक पद्मश्री अशोक भगत, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे समेत कई शिक्षाविद शामिल हुए.