रांची: एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. रांची डीसी ने दिव्यांग शिक्षक मोहित कुमार लाल और ज्ञान कुमार को चुनाव कार्य से मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है. प्रशासन की लापरवाही के कारण 100 फीदसी नेत्र बाधित शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी पर लगा दिया गया था. इसके लिए उन्हें रिमाइंडर भी भेजे जा रहे थे. इसे लेकर शिक्षकों ने ईटीवी भारत के मंच पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. इससे जुड़ी खबर प्रकाशित होने के बाद रांची डीसी छवि रंजन ने संज्ञान लेते हुए यह आदेश दिया है.
ये भी पढ़ें-पंचायत चुनाव 2022: प्रशासन की लापरवाही से मुश्किल में दृष्टिबाधित शिक्षक, ड्यूटी के लिए भेजा जा रहा रिमाइंडर
चुनाव कार्य से मुक्त होने के बाद शिक्षक मोहित कुमार लाल और ज्ञान कुमार ने फोन पर ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान प्रसन्नता जाहिर की है. वहीं, जिला प्रशासन ने कहा है कि कॉलेज और स्कूल प्रबंधन द्वारा जो डाटा उपलब्ध कराया गया था. उसी डाटा के आधार पर इन शिक्षकों के नाम आ गए थे. यह मानवीय और टंकण भूल है. जिसे सुधार लिया गया है. हालांकि, अब इन शिक्षकों को चुनाव कार्य से मुक्त किया जाता है.
मोहित कुमार लाल रांची के एसएस कॉलेज में सहायक आचार्य के पद पर पदस्थापित हैं, जबकि ज्ञान कुमार रांची के पहाड़ी टोला मध्य विद्यालय में शिक्षक हैं. दोनों चुनाव ड्यूटी संबंधित पत्र मिलने के बाद से ही परेशान थे. शिक्षकों का कहना था कि कॉलेज से जिला प्रशासन को इनके दृष्टि बाधित होने का प्रमाण दिया जा चुका है. इसके बावजूद जब चुनाव सामग्री का वितरण हो रहा था, तब उन्हें भी सामग्री लेने के लिए बुलाया जा रहा था. दृष्टि बाधित होने के तमाम प्रमाण पत्र प्रशासन को देने के बाद भी दूसरे फेज के चुनाव के लिए इन्हें ड्यूटी पर तैनात करने को लेकर रिमाइंडर दिया जा रहा था. प्रशासन की इस लापरवाही से दृष्टिबाधित शिक्षक अचरज में थे. झारखंड में इन दिनों चार चरणों में पंचायत चुनाव हो रहे है. उसी दौरान उन्हें दूसरे चरण के मतदान के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था.