रांचीःझारखंड में कोरोना की सेकेंड वेव की तबाही का मंजर भले ही गुजर गया हो पर उसकी यादें अभी भी झारखंड के लोगों की जेहन में हैं. अब ILS (INSTITUTE OF LIFE SCIENCES BHUBANESHWAR) भुवनेश्वर भेजे गए Sars cov-2 के होल जीनोम सिक्वेंसिंग (Whole Genome Sequencing यानी WGC) के लिए भेजे गए 917 सैम्पल की जो रिपोर्ट आई है, उसमें से 426 में वैरियंट ऑफ कंसर्न (VOC ) मिला है.
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने झारखंड में बरपाया कहर
ILS भुवनेश्वर की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार 426 वैरियंट ऑफ कंसर्न में 294 में (69%) डेल्टा वैरियंट (Corona Virus Variants, Delta) था. झारखंड में कोरोना के 03 तरह के म्यूटेंट (mutant) फैले. इनके संक्रमण की गति इतनी तेज थी कि देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो गए. ILS की रिपोर्ट के अनुसार डेल्टा के बाद 65 (15.25%)सैंपल में कोरोना का कप्पा वैरिएंट मिले, वहीं 27 में कोविड-19 अल्फा और 40 सैम्पल में अलग अलग वैरियंट की पुष्टि हुई है.
कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को एयरपोर्ट पर कोविड जांच से छूट
इधर कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. इन्हें एयरपोर्ट पर कोरोना जांच से छूट दे दी गई है. भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव उषा पाधी ने इस संबंध में निर्देश जारी किया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने आपदा प्रबंधन सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि एयरपोर्ट पर वैसे यात्री जो दूसरे राज्यों से झारखंड आते हैं और वह एयरपोर्ट पर तैनात मजिस्ट्रेट या अन्य अधिकारियों को वैक्सीन की दोनों डोज ले लेने का प्रमाण-पत्र दिखाते हैं, उन्हें कोरोना जांच के लिए सैम्पल देने से छूट दी जाए.