रांचीः झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में पुलिस और नक्सलियों के बीच निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है. पुलिस कोल्हान की जंग कब के जीत गई होती लेकिन नक्सलियों द्वारा जंगली इलाकों में अपने बचाव के लिए लगाए गए आईईडी इस जंग को जीतने में बाधक बन गए हैं. इसका नतीजा ये हो रहा है कि कोल्हान के जंगल हर दूसरे तीसरे दिन आईईडी विस्फोट से थर्रा रहा है. बारूदी सुरंग विस्फोट में कभी सुरक्षा बल घायल हो रहे हैं तो कभी किसी ग्रामीण की जान जा रही है.
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चाईबासा में लैंडमाइंस विस्फोट की बानगी ऐसी कि कोल्हान का गोइलकेरा थाना क्षेत्र हो या टोंटो थाना क्षेत्र, यहां के सुदूर और जंगली इलाकों में लगातार धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है. नक्सलियों ने कोल्हान के इलाके में खुद को बचाने के लिए ऐसा चक्रव्यू बनाया है जिसे भेद पाने में झारखंड पुलिस अब तक कामयाब नहीं हो पाई है. इस वजह से कोल्हान में लगातार आईईडी की चपेट में आने से ग्रामीणों की जान जा रही है, उनके पशु भी इसमें मारे जा रहे हैं. ग्रामीणों की मौत का आंकड़ा रुकने के बजाय हर दिन बढ़ता ही जा रहा है. जंगल में जाना ग्रामीणों के लिए मजबूरी है तो नक्सलियों के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों के लिए भी जंगलों में उतरना बेहद जरूरी.
बेबस हैं ग्रामीणः ऐसे में ग्रामीणों और सुरक्षा बलों, दोनों का ही बारूदी सुरंगों से सामना हो रहा है. इसके आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं, पिछले साल नवंबर महीने से लेकर अब तक झारखंड पुलिस के 18 जवान नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईडी विस्फोट की वजह से घायल हुए हैं. लेकिन उससे बुरी स्थिति ग्रामीणों की है. नक्सलियों द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंग में विस्फोट से अब तक 10 ग्रामीण अपनी जान गवां चुके हैं जबकि कई अपंग हो चुके हैं.
सुरक्षाबलों को लगातार बनाया जा रहा निशानाः कोल्हान के रेंगरा, टोंटो और टुम्बाहाता तीन ऐसे इलाके हैं, जहां के जंगलों में कदम कदम पर जमीन के नीचे नक्सलियों ने मौत का सामान बिछा कर रखा है. इन जंगली इलाकों में विस्फोट होने की वजह से 11 ग्रामीण अपनी जान गंवा चुके हैं. स्थिति यह है कि बाइक से भी जंगल में अभियान पर निकले जवान लैंड माइंस का शिकार हो रहे हैं.
कोबरा के जवान सबसे ज्यादा हुए हैं घायलः पिछले साल नवंबर महीने से कोल्हान इलाके में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच घमासान मचा हुआ है. इस जंग में सबसे ज्यादा नुकसान कोबरा के जवानों को उठाना पड़ा है. 209 कोबरा बटालियन के जवान हर हाल में कोल्हान से नक्सलियों को खदेड़ने या फिर मार गिराने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में नुकसान सबसे ज्यादा कोबरा के जवानों को ही हुआ है.
लगातार घायल हो रहे जवानः नवंबर 2022 से लेकर अब तक 16 सुरक्षा बल कोल्हान में आईईडी विस्फोट की वजह से घायल हुए हैं. 209 कोबरा बटालियन के इंस्पेक्टर प्रभाकर साहनी, हवलदार अलख दास, मुकेश कुमार सिंह, अजय लिंडा, भरत सिंह राय, फारुकी शाहरुख खान, वीरपाल सिंह, प्रिंस सिंह, अमरेश सिंह, सौरभ कुमार, संतोष और चिरंजीव पात्रे विस्फोट में घायल हुए हैं. इनमें से अधिकांश जवान चोट से उबर चुके हैं लेकिन कई अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं सीआरपीएफ के कई जवान कोल्हान में घायल हुए हैं, उनमें इंशार अली, राकेश कुमार पाठक, पंकज कुमार यादव और संजीव कुमार शामिल हैं.