रांचीः चाईबासा के टोंटो में लगातार दूसरे दिन नक्सलियो ने आईईडी ब्लास्ट किया है. इस ब्लास्ट में कोबरा बटालियन के तीन जवान घायल हो गए हैं. घायल तीनों जवानों को आनन-फानन में एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है. जानकारी के अनुसार घायल जवानों में से एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है. बुधवार को भी इसी इलाके में नक्सलियों के साथ हुए एनकाउंटर के बाद आईडी ब्लास्ट हुआ था, जिसमें कोबरा बटालियन के छह जवान घायल हो गए थे.
ये भी पढ़ेंः चाईबासा में सर्च ऑपरेशन के दौरान आईईडी विस्फोट, 6 जवान घायल, एयरलिफ्ट कर लाया गया रांची
दोपहर में शुरू हुआ था सर्च अभियानःबुधवार को चाईबासा के जिस इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद विस्फोट हुआ था, उसी एरिया में गुरुवार को भी जबरदस्त धमाके हुए. इस विस्फोट की चपेट में तीन कोबरा जवान आ गए, हालांकि जवानों के घायल होने के बाद भी इलाके में ऑपरेशन जारी है. नक्सलियों की उपस्थिति के बीच ही जवानों ने अपने तीनों घायल साथियों को वहां से बाहर निकाला और एयरलिफ्ट कर रांची भेजा.
इलाज हुआ शुरूःतीनों घायल जवानों के रांची पहुंचते ही उन्हें तुरंत हेलीपैड से एंबुलेंस के जरिए रांची के मेडिका अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू कर दिया है. बुधवार को नक्सली हमले में घायल हुए जवानों का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है. जानकारी के अनुसार एक जवान के शरीर में को स्पलिंट लगे हैं जिसकी वजह से उसे ज्यादा चोट आई है.
बुधवार से ही जारी है अभियानःचाईबासा एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि टोंटो थाना क्षेत्र के सर्जनबुरु के बीहड़ों में एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर मिसिर बेसरा के दस्ते के भ्रमणशील होने की जानकारी मिलने पर बुधवार से ही अभियान जारी था. बुधवार को हुए ब्लास्ट में घायल जवानों को इलाज के लिए भेज कर अफसर और जवान लगातार अभियान में लगे हुए थे, इसी दौरान गुरुवार की दोपहर भी आईईडी ब्लास्ट हुआ, जिसमें एक बार फिर से तीन जवान घायल हो गए. घायल जवानों के नाम अमरेश सिंह, सौरभ कुमार और संतोष सिंह हैं.
बुधवार को हुआ था इन काउंटरःगौरतलब है कि बुधवार को नक्सलियों के एक जगह इकट्ठा होने की सूचना पर कोबरा 209 बटालियन के जवान जिला पुलिस के साथ मिलकर साझा अभियान चला रहे थे, इसी दौरान नक्सलियों ने छुपकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों के खिलाफ जवाबी फायरिंग की. इस दौरान दोनों तरफ से दर्जनों राउंड फायरिंग की गई. सुरक्षाबलों को अपने ऊपर भारी पड़ता देख नक्सली दस्ते के सदस्य घनघोर जंगल का फायदा उठाकर पीछे की तरफ भागने लगे. मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने भी उनके खिलाफ तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. इसी दौरान सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए जंगल में लगाया गया आईईडी विस्फोट हो गया था, जिसमें छह जवान घायल हो गए थे, जिन्हें रांची इलाज के लिए लाया गया था.