रांचीःहॉर्स ट्रेडिंग मामले (horse trading case) को लेकर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने शनिवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर गंभीर आरोप लगाया. विधायक अंबा प्रसाद ने वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके परिवार वालों पर पूर्व की बीजेपी सरकार की ओर से किये गए सभी केसों की फिर से जांच का आग्रह किया है.
हॉर्स ट्रेडिंगः विधायक अंबा प्रसाद ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर लगाए परिवार को फंसाने के आरोप, मुख्यमंत्री से फिर जांच की मांग - बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश
हॉर्स ट्रेडिंग का मामला (horse trading case) झारखंड में गरमाता जा रहा है. अब कांग्रेस की बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने पूर्व मुख्यमंत्री अंबा प्रसाद ने मोर्चा खोला है. रांची में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश हेडक्वार्टर में विधायक अंबा प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर उनके परिवार को फंसाने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मामले की फिर से जांच कराने की मांग की.
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साहू और माता पूर्व विधायक निर्मला देवी को पूर्व की बीजेपी सरकार की ओर से प्रताड़ित किया गया है. यहां तक कि उनके भाई को भी गलत केस में फंसाया गया. साथ ही उन पर भी केस कर प्रताड़ित करने का काम पूर्व की रघुवर सरकार ने किया. फिर भी उनके परिवार ने हार नहीं मानी. उन्होंने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार में पूरा सरकारी तंत्र उनके परिवार के पीछे लगा दिया गया था. एडीजी अनुराग गुप्ता को भी हमारे पीछे लगा दिया गया था. फर्जी केस में सरकारी पदाधिकारियों से गलत तरीके से गवाही दिलाई गई. अंबा प्रसाद ने कहा कि वर्तमान सरकार बदले की भावना से राजनीति नहीं करती है और ना ही करप्ट लोगों को बचाने का काम करती है. उन्होंने कहा कि कानून पर उन्हें पूरा विश्वास है. वर्तमान सरकार उचित कार्रवाई कराएगी. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि इस पर निष्पक्ष जांच हो जो भी दोषी हों उस पर कार्रवाई की जाए.
इससे पहले क्या हुआ
इससे पहले राज्यसभा चुनाव 2016 से जुड़े हॉर्स ट्रेडिंग मामले (horse trading case) में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर पीसी एक्ट लगाने की सीएम ने मंजूरी दे दी थी. इस पर प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई थी. बीजेपी ने इस फैसले पर राज्य सरकार पर हमला बोला था और कहा था कि राजनीतिक शत्रुता के तहत यह कदम उठाया है. वहीं, सरकार पर लग रहे आरोप पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सफाई दी थी. साथ ही सीएम के फैसले के बचाव की कोशिश की थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश के आरोप पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य सरकार ने यह कार्रवाई की है. इस केस में जो भी लोग शामिल हैं उनकी जांच की जाएगी. जांच में सब कुछ पता चल जाएगा. उन्होंने चमरा लिंडा और तत्कालीन कांग्रेस विधायक बिट्टू सिंह के वोट नहीं देने और उनसे हाल में हुई पूछताछ पर कहा कि पार्टी ने भी बिट्टू सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस मामले में जांच जरूर होनी चाहिए.