रांचीः इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए कई बेहतरीन भवनों की जानकारी ईटीवी भारत की टीम दर्शकों को दे रही है. इसी कड़ी में राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के संबंध में कुछ जानकारियां इकट्ठा की है. बता दें कि राजभवन का निर्माण 1930-31 के बीच में ब्रिटिश शासकों ने करवाया गया था, तो वहीं मुख्यमंत्री आवास ब्रिटिश शासन काल में कमिश्नर हाउस हुआ करता था.
ब्रिटिश डिजाइन में बना है राजभवन
झारखंड का राजभवन देश के चुनिंदा बेहतरीन राजभवनों में गिना जाता है. जहां अंग्रेजी शासकों की झलक तो मिलती ही है, कई खूबसूरत नमूने भी आपको इस भवन में मिल जाएंगे. दरअसल, राज भवन का निर्माण साल 1930 में अंग्रेजी शासकों द्वारा करवाई गई थी. 1930 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 1931 में भवन बनकर तैयार हो गया था. ये निर्माण काम के लिए लगभग 400 मजदूरों और 100 राजमिस्त्री का देखरेख हुआ था, जिसमें 7 लाख रुपए की लागत आई थी.
अंग्रेजी आर्किटेक सदलो बल्लार्ड ने इस पूरे भवन को डिजाइन कर इसको तरासा था. इस इमारत का मुख्य ब्रिटिश डिजाइन है, लेकिन जानकारों के मुताबिक इसे स्थानीय जलवायु के अनुरूप बनाया गया है. इमारत में गर्मी से दूर रखने के लिए रानीगंज टाइल्स के साथ एक अतिरिक्त छत भी है. वहीं, लकड़ी की खूबसूरत काम चाइनीज कार पेंटर द्वारा करवाया गया था.
जुड़ाई के लिए पोर्टलैंड सीमेंट का उस समय इस्तेमाल किया गया था. इसके अलावा नृत्य संगीत के लिए भी भवन के अंदर ही एक फ्लोर भी तैयार किया गया था, जो की टिप वुड से बनाई गई थी. कार्ड प्ले रूम मार्बल से पूरी तरह सजाया गया. बरामदे में सिल्वर ग्रे मार्बल का उपयोग किया गया है. जो आज भी लोगों को आकर्षित करता है.