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संकल्प, संयम और जनभागीदारी से करेंगे इस महामारी से मुकाबला: हेमंत सोरेन - हेमंत सोरेन का झारखंडवासियों से अपील घर में रहें लोग

हेमंत सोरेन ने केंद्रीय मंत्री मानव संसाधन विभाग से आग्रह किया कि झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों के छात्रों को हो रही परेशानी को समझते हुए छात्रावासों को बंद न करने की हिदायत दी जाए. वहीं, उन्होंने झारखंडवासियों से अपील करते हुए कहा है कि अपने-अपने घरों में रहना कोरोना वायरस को रोकने का सबसे अचूक हथियार है. राज्य की जनता अपने आसपास रह रहे गरीबों की यथा संभव मदद करे.

Hemant Soren urges Union Minister of Human Resource Department not to close hostels
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Published : Mar 22, 2020, 4:45 PM IST

रांची:मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री मानव संसाधन विभाग से आग्रह किया है कि देश में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति में यात्रा करना मुनासिब नहीं है, इसलिए झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों के छात्रों को हो रही परेशानी को समझते हुए छात्रावासों को बंद न करने की हिदायत दी जाए.

ट्वीट
झारखंड के छात्रों ने लगाई गुहारमुख्यमंत्री से जेएमआई यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे लातेहार के छात्रों ने बताया उन्हें दो दिन में हॉस्टल खाली करने कहा गया है. वे लोग दिल्ली में फंस गए हैं. इस जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से छात्रावासों को बंद नहीं करने का आदेश निर्गत करने के लिए आग्रह किया है.

साथ ही मुख्यमंत्री ने झारखंडवासियों से अपील करते हुए कहा है कि अपने-अपने घरों में रहना कोरोना वायरस को रोकने का सबसे अचूक हथियार है. राज्य की जनता अपने आसपास रह रहे गरीबों की यथा संभव मदद करें, याद रखें साथियों कि आपके सहयोग से ही हम इस महामारी को फैलने से रोक सकते हैं.

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घोर लापरवाही बर्दाश्त के काबिल नहीं है
वहीं, मुख्यमंत्री ने खूंटी निवासी दुष्कर्म की शिकार बच्ची को कस्तूरबा गांधी विद्यालय से निकाले जाने के मामले को गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने उपायुक्त खूंटी से कहा कि यह घोर लापरवाही का मामला है, जो बर्दाश्त के काबिल नहीं है. कृपया बच्ची को उचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराते हुए दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सूचित करें.

दरअसल, मुख्यमंत्री को बताया गया कि दुष्कर्म पीड़िता का नामांकन कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छठी कक्षा में कराया गया था. इस बीच बच्ची के गर्भवती होने की सूचना स्कूल प्रबंधन को मिली. मामले की जानकारी के बाद बच्ची को स्कूल से हटाने का निर्णय लिया गया. मुख्यमंत्री से कहा गया कि इस मासूम बच्ची पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, बच्ची के साथ न्याय किया जाए.

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