रांची: प्रदेश की कथित खस्ताहाल वित्तीय स्थिति को लेकर राज्य सरकार मौजूदा बजट सत्र में ही श्वेत पत्र जारी कर सकती है. सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है. हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, उम्मीद की जा रही है कि 3 फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पेश होने वाले मूल बजट के दौरान ही श्वेत पत्र जारी किया जा सकता है. यह श्वेत पत्र राज्य के आय और व्यय के विवरणों के अलावा वैसे बिंदु पर फोकस्ड होगा जिसमें रेवेन्यू कलेक्शन की कमी के कारण भी लिखे होंगे.
पदभार ग्रहण करते ही सीएम ने की थी घोषणा
दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद इस बाबत कदम उठाने शुरू कर दिए. हेमंत सोरेन के 29 दिसंबर 2019 को राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के 5 दिन के बाद ही वित्त विभाग ने एक कार्यालय आदेश निकाला. जिसमें श्वेत पत्र तैयार करने के लिए बकायदा एक कमेटी बनाई गई, कमिटी में सेंटर फॉर फिसकल स्टडीज के डायरेक्टर हरीश्वर दयाल समेत योजना सह वित्त विभाग के 4 अधिकारियों को शामिल किया गया. 3 जनवरी को इस बाबत बाकायदा आर्डर जारी किया गया. कमिटी ने अपनी पूरी रिपोर्ट स्टेट गवर्मेंट को सौंप दी है.
किन बिंदुओं पर किया गया है फोकस
4 सदस्य कमेटी ने अलग-अलग बिंदुओं पर फोकस कर रिपोर्ट तैयार की है. उन बिंदुओं में राज्य सरकार के कंसोलिडेटेड फंड, कंटीन्जेसी फंड, पब्लिक अकाउंट की स्थिति के अलावा राज्य सरकार के खजाने के स्रोत और व्यय की डिटेल रिपोर्ट के शामिल है. इसके साथ ही कैश मैनेजमेंट, रेवेन्यू रिसीट, रिवेन्यू एंड कैपिटल एक्सपेंडिचर, फिसकल डिफिसिट का भी उल्लेख किया गया है.