रांची: राजधानी स्थित एचईसी में कर्मियों को दो माह का वेतन दिया जा चुका है, लेकिन अभी भी करीब 18 माह का वेतन बकाया है. कर्मियों ने कहा कि एचईसी प्रबंधन द्वारा दिया जा रहा वेतन ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. जिस तरह से दिवाली के मौके पर दो माह का वेतन दिया गया है, वह बिल्कुल भी उचित नहीं है. मजदूरों की समस्या बताते हुए यूनियन नेताओं ने कहा कि पिछले 18 महीने से मजदूरों के बच्चों की स्कूल फीस और राशन दुकानदारों का बकाया समेत कई कर्ज हैं. ऐसे में दो महीने की सैलरी से उनका कर्ज नहीं उतर पाएगा.
मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे HEC के मजदूर नेता, बकाया वेतन की समस्या प्रधानमंत्री के पास रखने की लगाएंगे गुहार - jharkhand news
कई महीनों के आंदोलन और दिवाली के अवसर पर एचईसी कर्मियों को दो महीने का बकाया वेतन दिया गया है. अभी भी उनके 18 महीने का वेतन बकाया है. इसे लेकर एचईसी कर्मी जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और उनसे पीएम के सामने उनकी समस्या रखने का अनुरोध करेंगे. HEC employee leaders will meet CM Hemant Soren.
Published : Nov 10, 2023, 6:17 PM IST
मजदूर नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन से पहले सभी श्रमिक एचईसी मुख्यालय से बिरसा चौक तक कैंडल मार्च निकालेंगे और भगवान बिरसा मुंडा को माला पहनाकर पूजा-अर्चना करेंगे. वे प्रधानमंत्री से उनकी समस्याओं पर विचार करने को कहेंगे. मजदूर संघ के नेता प्रबंधन से बकाया वेतन का भुगतान कराने के लिए मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे, ताकि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री एचईसी कर्मियों की समस्याओं के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से जानकारी दे सकें.
मुख्यमंत्री से मिलेंगे मजदूर नेता:एचइसी मजदूर संघ के नेता भवन सिंह ने कहा कि एक से दो दिनों के अंदर सभी मजदूर नेता मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मजदूरों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराएंगे. मजदूर नेता भवन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मजदूर नेता अपनी समस्याएं रखेंगे. उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह करेंगे कि कृपया स्थापना दिवस पर आ रहे प्रधानमंत्री के समक्ष कर्मियों की समस्या रखें. बता दें कि एचईसी की तीनों फैक्ट्रियों में करीब चार हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं. जिनमें से लगभग पन्द्रह सौ स्थायी मजदूर हैं तथा मात्र दो ढाई हजार अस्थायी मजदूर कार्यरत हैं. चार हजार मजदूरों का वेतन नियमित करने के लिए मजदूर नेता लगातार संघर्ष कर रहे हैं.