रांचीःझारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 25 बेड के डायलिसिस सेंटर, कुपोषण केंद्र, सेंट्रल लाइब्रेरी, येलो फीवर वैक्सीनेशन सेंटर का उद्घाटन किया. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड एक गरीब राज्य है, लेकिन इसके बावजूद यहां पर गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव व्यवस्था का पूरे देश में अपना स्थान है. गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलीवरी करवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र से आई महिलाओं को 1400 रुपए मुहैया कराए जाते हैं, जबकि शहरी क्षेत्र से आई महिलाओं को अस्पताल में हजार रुपए मुहैया कराए जा रहे हैं.
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रिम्स में मल्टी स्टोरेज पार्किंग की होगी व्यवस्थाः सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में मल्टी स्टोरेज पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी. क्योंकि जिस तरह से रिम्स के विभिन्न जगहों पर यत्र-तत्र गाड़ियों की पार्किंग की जाती है. इससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जितने भी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ रिम्स में ड्यूटी करने पहुंचेंगे वह अपनी गाड़ियों को एक जगह पार्क करेंगे और वहां से ई-रिक्शा के माध्यम से अपने-अपने डिपार्टमेंट तक जाएंगे.
रिम्स में पांच मंजिला सेंट्रल लाइब्रेरी की शुरुआतःउन्होंने कहा कि शिक्षकों और मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए पांच मंजिला सेंट्रल लाइब्रेरी की शुरुआत की गई है. जहां करीब 93 हजार किताबों से मेडिकल स्टूडेंट्स ज्ञान अर्जित कर सकेंगे. अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य का क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर हर पल व्यवस्था बदलती रहती है. परिस्थितियों के अनुसार संसाधनों के इंतजाम किए जाते हैं. कोरोना काल में हमने कई मशीनें खरीदी. जिसका नतीजा यह है कि आज झारखंड में जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन भी मौजूद है. जिससे हम जेनेटिक बीमारियों की पहचान कर सकते हैं.
डायलिसिस सेंटर से लोग लाभान्वित होंगेःवहीं उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि देश की पूरी आबादी के 10% लोग क्रॉनिक किडनी डिजीज से ग्रसित हैं और उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में रिम्स में बने नए डायलिसिस सेंटर से लोग सीधा लाभान्वित हो पाएंगे. स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आज शुरू की गई सभी व्यवस्था आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग और रिम्स के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव के अलावा रिम्स के निदेशक डॉ राजीव गुप्ता, अधीक्षक डॉक्टर हिरेन बिरूआ, उपाधीक्षक डॉक्टर शैलेश त्रिपाठी, नेफ्रोलोजी विभाग की हेड डॉक्टर प्रज्ञा पंत सहित स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे.