Ranchi News: रांची में हरी सब्जियों की कीमत छू रही आसमान, लोग किलो की बजाय पाव से चला रहे काम
रांची में एक बार फिर सब्जियों की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. इस कारण लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है. रांची के विभिन्न खदुरा सब्जी मार्केट में ज्यादातर सब्जियां 50 रुपए किलो से अधिक की दर पर बिक रही हैं.
Green Vegetables Price Increased In Ranchi
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Published : May 15, 2023, 5:46 PM IST
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Updated : May 15, 2023, 6:06 PM IST
रांची: राजधानी रांची में सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है.आलू, टमाटर, गोभी, फ्रेंच बीन, बंदगोभी, बैंगन, परवल, नेनुआ, टमाटर सहित सभी सब्जियों के भाव काफी बढ़ गए हैं. इस कारण लोगों की जेब पर इसका असर पड़ रहा है. बताते चलें कि रांची में धुर्वा, हरमू, अरगोड़ा, चुटिया, सुखदेवनगर, मोरहाबादी सहित कई जगहों पर सब्जियों का खुदरा बाजार लगता है. इस बाजार में आज की तारीख में जिस भाव में सब्जियां बिक रही है, वह लोगों का बजट बिगाड़ने के लिए काफी है.
15 मई को अरगोड़ा सब्जी बाजार में सब्जियों के भाव पर एक नजर
सब्जियां
15 मई के भाव
एक माह पहले के भाव
गोभी
60 रुपए किलो
10 रुपए किलो
बैंगन
50 रुपए किलो
20 रुपए किलो
फ्रेंचबीन
100 रुपए किलो
60 रुपए किलो
परवल(पटनिया)
120 रुपए किलो
80 रुपए किलो
टमाटर
40 से 50 रुपए किलो
10 रुपए किलो
नेनुआ
60 रुपए किलो
45-50 रुपए किलो
बंदगोभी
40 रुपए किलो
07 से 10 रुपए किलो
लाल आलू
25 से 30 रुपए किलो
10 से 15 रुपए किलो
धनिया पत्ती
150 रुपए किलो
40-50 रुपए किलो
अदरख
240 से 300 रुपए किलो
80 रुपए किलो
क्या कहते हैं सब्जी विक्रेताः अरगोड़ा खुदरा सब्जी बाजार में पिछले पांच वर्षों से सब्जी बेच रही संध्या कहती हैं कि आढ़त (सब्जी के थोक बाजार) में ही सब्जियां महंगी हो गई हैं. जब वहीं से सब्जी महंगी मिलती है तो खुदरा बाजार में सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि कुन्द्री और प्याज का भाव आज भी कम है. लाल प्याज जहां 20 रुपए किलो है, वहीं कुन्द्री 30 रुपए किलो है. इसके अलावा सभी सब्जियों के दाम इन दिनों चढ़े हुए हैं और खरीदार किलो की जगह पांव में हरी सब्जियां खरीद रहे हैं.
आवक कम और मांग ज्यादा होने की वजह से बढ़े सब्जियों के दामः रांची के मेन रोड में डेली मार्किट में हर दिन सब्जियों का थोक बाजार लगता है. यहां सब्जियों के कई थोक विक्रेता हैं. सब्जी विक्रेताओं में से एक मोहम्मद मुनव्वर कहते हैं कि जिस अनुपात में खुदरा बाजार में सब्जियों के दाम बढ़े हैं. उसी अनुपात में थोक दर भी बढ़ा है. इसकी मुख्य वजह गर्मियों में सब्जियों का उत्पादन कम होना है. पिछले दिनों राज्य के कई जिलों में ओलावृष्टि और खराब मौसम की वजह से फसल भी खराब हुई है. एक और वजह इन दिनों शादी विवाह का सीजन होना भी है. जिस वजह से सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है.
अदरख-नींबू वाली चाय पर भी आफतः सब्जियों के भाव में बेतहाशा वृद्धि से जहां मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों की थाली में साग-सब्जियां कम हो गईं हैं, वहीं दूसरी तरफ नींबू की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से अदरख-नींबू वाली चाय भी पीना दूभर हो गया है.