रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम ईडी के सातवें और अंतिम समन के बाद से झारखंड की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. इस बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन आज शाम की फ्लाइट से चेन्नई रवाना हो गए हैं. राजभवन सूत्रों ने बताया कि अभी तक यह तय नहीं है कि वह कब रांची लौटेंगे. लिहाजा राज्यपाल के चेन्नई दौरे की वजह से चर्चाओं और कयासों का बाजार गर्म हो गया है क्योंकि राज्य में जिस तरह की राजनीतिक परिस्थिति उभरी है, उसकी एक कड़ी राजभवन से जुड़ी हुई है.
राजभवन में आज युवा संगम कार्यक्रम के दौरान उनसे पूछा गया कि इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा दे देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन दावेदारी पेश करेंगी. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी चर्चाएं तो हैं लेकिन पुख्ता तौर पर ऐसा कुछ सामने नहीं आया है. साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि मैं पहले भी कह चुका हूं जिसने भी कुछ गलत किया है, उसे नतीजे भुगतने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल राजभवन की नजर विधि व्यवस्था पर है और इस बात से तकलीफ है कि यहां की विधि व्यवस्था चरमरा रही है.
इधर, ताजा राजनीतिक हालात के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 3 जनवरी की शाम अपने आवास पर सत्ताधारी दलों के विधायकों की बैठक बुलाई है. जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री संभावित परिस्थितियों से निपटने की तैयारी में जुटे हैं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि 1 जनवरी को जैसे ही यह बात सामने आई कि सरफराज अहमद ने गांडेय विधानसभा सीट से त्यागपत्र दे दिया है और उसे स्पीकर मंजूर कर चुके हैं, उसी के बाद राज्यपाल के चेन्नई दौरे का भी शेड्यूल तय हो गया.
हालांकि, राजभवन सूत्रों का कहना है कि नए साल में राज्यपाल के तमिलनाडु जाने की तैयारी पहले से थी. लेकिन उनकी वापसी की तारीख तय नहीं होने की वजह से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ खिचड़ी तो जरूर पक रही है. अब देखना है कि 3 जनवरी को सीएम आवास पर होने वाली बैठक के बाद क्या कुछ सामने आता है.