रांची: 10 जून को जुमे की नमाज के बाद शहर का अमन चैन छीनने वालों को पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया है. रविवार को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रात भर छापेमारी चलती रही. पिछले चौबीस घंटे के भीतर 28 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिनमें से 5 को जेल भेज दिया गया है. इस पूरे घटनाक्रम पर राजभवन की भी पैनी नजर है. राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी अभियान, डीसी और एसससपी को तलब कर अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट ली. दरअसल, केंद्र सरकार ने राजभवन ने रिपोर्ट मांगा है. संभावना जतायी जा रही है कि राजभवन की तरफ से जल्द ही कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी.
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दूसरी तरफ पुलिस भी एक्शन में है. रविवार को रातभर लोअर बाजार, डोरंडा, डेली मार्केट और हिंदपीढ़ी थानाक्षेत्र में छापेमारी की गई. सोमवार शाम छह बजे तक 28 लोगों को डिटेन किया गया है, जिनमें से पांच को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. कुल सात नामजद अभियुक्तों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं पुलिस की एक टीम सीसीटीवी और मीडिया फुटेज को खंगालकर उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी है. जानकारी के मुताबिक अबतक सौ से ज्यादा लोगों की पहचान की जा चुकी है. इधर, पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई संदिग्धों के रांची छोड़ने की भी खबर है. आज कोतवाली थाना में कई महिलाएं पहुंची और अपने-अपने परिजनों की बेगुनाही पेश करती नजर आईं. कुछ महिलाओं ने तो थाने में हो-हंगामा भी किया. इसपर पुलिस पदाधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो लोग निर्दोष होंगे उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है.
फिलहाल पुलिस की एक टीम वासेपुर गैंग्स के एडमिन को ढूंढ़ रही है. पुलिस के पास जानकारी है कि वासेपुर गैंग्स के नाम से बने व्हाट्सएप के जरिए 10 जून को भीड़ को उकसाने और इकट्ठा करने की साजिश रची गई थी. सूत्रों से मिला जानकारी के मुताबिक इस व्हाट्सएप ग्रुप पर पुलिस की पहले से ही नजर थी. इस ग्रुप के एडमिन के गिरफ्त में आने पर कई और खुलासे हो सकते हैं.