रांची:झारखंड के विश्वविद्यालयों में पिछले दो सालों से छात्र संघ चुनाव नहीं कराए गए हैं. जिसके कारण छात्रों और विश्वविद्यालय के प्रबंधकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आखरी बार राज्य के सातों सरकारी विश्वविद्यालयों में साल 2019 में छात्र संघ चुनाव कराए गए थे. अब राज्य के रांची यूनिवर्सिटी (Ranchi University) और डीएसपीएमयू (DSPMU-Dr Shyama Prasad Mukherjee University) समेत विभिन्न विश्विद्यालय इस सत्र में छात्र संघ चुनाव (Student Union Election 2022) कराने की तैयारी कर रहे हैं.
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छात्र संघ चुनाव क्यों जरूरी: छात्र संघ चुनाव आयोजित नहीं होने से विद्यार्थियों से जुड़ी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका है. कई विश्वविद्यालय के अधीन कॉलेजों की हालत काफी खराब है. इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ विद्यार्थियों और छात्राओं के लिए शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा एकेडमिक गतिविधि भी सही तरीके से संचालित नहीं हो रही है. कई विश्वविद्यालयों में तो सेशन भी लेट हो चुकी है. ऐसे मामलों को छात्र संघ चुनाव में जीते प्रतिनिधि बखूबी उठाते हैं और छात्रों से जुड़ी परेशानियों का निराकरण भी करवाते हैं. ऐसे और भी कई परेशानी छात्र संघ चुनाव नहीं होने से विश्वविद्यालय प्रबंधकों को भी उठानी पड़ रही है.
बीते दो सालों में छात्र संघ चुनाव न कराने की वजह: झारखंड में रांची विश्वविद्यालय के अलावा और 6 विश्वविद्यालय संचालित है. इन सरकारी विश्वविद्यालयों में आखिरी बार साल 2019 में छात्र संघ चुनाव कराई गई थी. इसके बाद कोरोना महामारी का प्रकोप पूरे विश्व के साथ-साथ देश और राज्यों में भी देखने को मिला. इस वजह से शिक्षण संस्थानों में गतिविधि नगण्य हो गई और छात्र संघ चुनाव न कराने की मुख्य वजह कोरोना महामारी ही है.
इस सत्र में सितंबर के बाद होगा छात्र संघ चुनाव: राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ-साथ रांची विश्वविद्यालय और डीएसपीएमयू की ओर से छात्र संघ चुनाव 2022 कराने की बात की गई है. इन दोनों विश्वविद्यालयों की मानें तो नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. सितंबर के अंत तक सभी विभागों और कॉलेजों में नामांकन पूरी कर ली जाएगी. उसके बाद छात्र संघ चुनाव 2022 की अधिसूचना (Student Union Election 2022 Notification) जारी की जाएगी.
राजभवन और राज्य सरकार से अनुमति जरूरी: विश्वविद्यालयों में जब तक नामांकन पूरा नहीं होगा. तब तक चुनाव कराना भी संभव नहीं है क्योंकि इसमें विद्यार्थियों की भागीदारीता जरूरी है. हालांकि छात्र संघ चुनाव कराने से पहले राजभवन और राज्य सरकार से भी अनुमति लेना जरूरी है फिर भी राज्य के विश्वविद्यालय इस सत्र में छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर योजना बना रही है.