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राजधानी में गैंग्स ऑफ बिजनौर ने मचा रखा था आतंक, ऐसे हुआ खुलासा

राजधानी में लोगों से लूटपाट करने वाले बिजनौर गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने धर दबोचा है. यह गैंग ऑटो चालक की सहायता से ऑटो पर सवार लोगों की कीमती समान उड़ा लेता है. इसके लिए ऑटो चालकों को 50 फीसद कमाई के तौर पर पार्टनर बनाया गया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर रही है.

कोतवाली थाना

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Published : Sep 14, 2019, 9:02 AM IST

रांची: जिला पुलिस ने ऑटो सवार लोगों से लूटपाट करने वाले एक गिरोह को धर दबोचा है. ये गिरोह बिजनौर से आकर राजधानी रांची में अपराध की वारदातों को अंजाम दे रहा था. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर रही है.

50-50 पर होती थी डील
यह गैंग ऑटो पर सवार लोगों की कीमती समान उड़ा लेता है. इस गैंग ने रांची के अलग-अलग इलाकों के ऑटो चालकों के साथ मिलकर गैंग बना लिया है और लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहा है. इस गैंग की ओर से ऑटो चालकों को 50 फीसद कमाई के तौर पर पार्टनर बना रखा है. इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब हरमू रोड के एक बुजुर्ग दंपती के बैग से करीब साढ़े पांच लाख रुपये के गहने और मोबाइल उड़ा लिया गया. इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने एक ऑटो ड्राइवर को पकड़ा, जिसके बाद इस गैंग का खुलासा हुआ.

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पकड़े गए अपराधियों में शेख जारीद उर्फ सोना और शेख करीमुल शामिल है. दोनों मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया स्थित हुटमुरा के रहने वाले हैं और रांची के मौलाना आजाद कॉलोनी में किराए के मकान में रहते हैं. पुछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि उत्तरप्रदेश के बिजनौर निवासी शाहीद और जाहिद हर सप्ताह रांची आते हैं और उसके गिरोह से जुड़े ऑटो सवार से संपर्क कर एक से दो दिनों के भीतर ऑटो सवार लोगों के कीमती सामान गायब कर डालते. इसके बाद वापस बिजनौर लौट जाते हैं. पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.

ऐसे उड़ाते हैं गहने और रुपये
पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि बिजनौर गैंग के अपराधी वैसे सवारियों को ऑटो में बैठाते हैं, जिनके बैग में कुछ कीमती सामान हो. वे बैग पकड़ने वालों की गतिविधि को देखकर पहचान करते हैं और उन्हें बैठाने के बाद बिजनौर गैंग के अपराधियों को कुछ दूरी पर बैठाते हैं जो बैग को ब्लेड या चाकू से काटकर उसमें रखे गहने और पर्स को गायब कर देते हैं. उनकी यह करतूत पिछले छह सालों से चल रही है. वहीं, पुलिस ने बिजनौर गैंग में शामिल ऑटो चालकों को पकड़ लिया है, लेकिन सरगना पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

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बुजर्ग दंपति के बैग से उड़ाए थे 5.30 लाख के गहने
अरगोड़ा थाना क्षेत्र के बसंत बिहार हरमू निवासी 65 वर्षीय ब्रजकिशोर तिवारी अपनी पत्नी के साथ राज भवन के समीप बूटी मोड़ जाने के लिए ऑटो में सवार हुए थे. उन्होंने अपने साथ एक बैग रखा था जिसमें 5.30 लाख के गहने रखे थे. जिसे राजभवन से लेकर बूटी मोड़ के बीच में चोरी कर ली गई. जब वे बूटी मोड़ पहुंचे और अपने बैग में देखा तो गहने गायब थे.

इस घटना के बाद बुजुर्ग ने रांची के कोतवाली थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया था. ब्रजकिशोक तिवारी ने प्राथमिकी में बताया था कि उनके बैग के अंदर रखे पोटली में सोने की 5 अंगूठी, सोने का दो बाला, दो मंगटीका, एक चेन, एक नेकलेस, झुमका, चांदी का पायल, चांदी की थाली, 14 हजार रुपये नकद और एक मोबाइल रखा था, जिसे चोरों ने उड़ा लिए.

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