रांची: कोल इंडिया के चेयरमैन पद के लिए चुने गये पीएम प्रसाद ने आज सीएम हेमंत सोरेन से उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने सीएम को द अर्न्ड लाइफ (THE EARNED LIFE) पुस्तक सप्रेम भेंट किया. सीएम ने उन्हें कोल इंडिया का चेयमैन नियुक्त होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी. माना जा रहा है कि पीएम प्रसाद के कोल इंडिया का चेयरमैन नियुक्त होने पर यहां के कर्मियों को उनका वाजिब हक मिल सकेगा. दरअसल, पीएम प्रसाद का झारखंड से गहरा नाता रहा है. फिलहाल वह सीसीएल के सीएमडी हैं. इससे पहले बीसीसीएल के भी सीएमडी रह चुके हैं. बेहद शांत और मृदुभाषी स्वभाव वाले पीएम प्रसाद ने बीसीसीएल और सीसीएल का सीएमडी रहते हुए कोयला उत्पादन के तमाम रिकार्ड तोड़े हैं.
कोल इंडिया के भावी चेयरमैन पीएम प्रसाद ने सीएम हेमंत सोरेन से की मुलाकात, झारखंड से है गहरा नाता
कोल इंडिया के होने वाले चेयरमैन पीएम प्रसाद ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने द अर्न्ड लाइफ नाम की किताब सीएम को भेंट की.
कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद कुमार अग्रवाल इसी महीने की 30 तारीख को रिटायर होने वाले हैं. उनकी जगह लेने के लिए कुल 17 आवेदन आये थे. इनमें से सात उम्मीदवारों को लोक उद्यम चयन बोर्ड ने इंटरव्यू के लिए सिलेक्ट किया था. 3 मई को हुए इंटरव्यू के बाद बोर्ड ने पीएम प्रसाद के नाम पर मुहर लगाई. पीएम प्रसाद ने 1988 में माइनिंग में एमटेक किया था. उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से माइनिंग इंजीनियरिंग की है. कोल इंडिया के चेयरमैन के पद पर चयनित होने से पहले वे डब्लूसीएल, एमसीएल और एनसीएल में भी पदस्थापित रह चुके हैं. वह एनटीपीसी में भी कार्यकारी निदेशक के रूप में सेवा दे चुके हैं.
इसी साल अप्रैल माह में पिछले वित्तीय वर्ष के कोयला उत्पादन और लक्ष्य को लेकर उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस किया था. इस दौरान उनसे कोल इंडिया के चेयमैन पद के लिए दिलचस्पी से जुड़ा भी सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि इस सवाल का फिलहाल इस प्रेस कांफ्रेंस से कोई सरोकार नहीं है. उनके सीसीएल सीएमडी रहते हुए कंपनी ने 76.09 मिलियन टन कोयला का उत्पादन करते हुए अबतक का सारा रिकार्ड तोड़ा था. इस उपलब्धि पर उन्होंने कोयला मंत्री, विभागीय सचिव और सीआईएल के चेयरमैन के अलावा राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रति भी आभार व्यक्त किया था. उस दौरान भी उन्होंने कहा था कि उनकी प्राथमिकता कोयला उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ समाज कल्याण भी है.