रांचीः कैपिटल सिटी रांची में साइबर क्राइम और ठगी के मामलों में पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. लेकिन ऐसे केस ना तो कम हो रहे हैं और ना ही ठगी के मामले थमने का नाम ले रहे हैं. शहर के दो थाना क्षेत्र से जमीन के नाम पर ठगी और पेबर्स ब्लॉक के नाम पर ठगी के मामले सामने आए हैं.
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जमीन के एवज में 22 लाख की ठगीः डोरंडा पुलिस ने छह साल से फरार ठगी के आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम निरंजन केरकेट्टा है और वह चुटिया का रहने वाला है. उसके खिलाफ जमीन के एवज में 22 लाख रुपए ठगी का केस डोरंडा थाना में दर्ज है. उस वक्त से आरोपी निरंजन फरार चल रहा था. पुलिस के अनुसार डोरंडा थाना क्षेत्र के घाघरा निवासी प्रकाश सोय से उसने एक जमीन दिखाकर उससे 22 लाख रुपए लिया था.
पैसा लेने के बाद उसने प्रकाश सोय को जमीन नहीं दी, यहां तक कि उसने पैसे भी नहीं लौटाए. हालांकि कई बार प्रकाश ने उससे पैसा वापस करने का दबाव भी बनाया, उसने बकाया राशि देने से इनकार कर दिया. निरंजन ने कहा कि दोबारा पैसे की मांग किया तो वह उसे जान से मार देगा. इसके बाद 2017 में प्रकाश सोय ने आरोपी निरंजन केरकेट्टा के खिलाफ डोरंडा थाना में केस दर्ज कराया. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो आरोप सही पाया गया, आरोपी के खिलाफ कोर्ट से वारंट भी निर्गत था.
व्यवसायी से आर्मी अफसर बनकर ठगीः धुर्वा थाना क्षेत्र के सेक्टर 4 के रहने वाले निरंजन कुमार से आर्मी का अधिकारी बनकर 1 लाख 22 हजार रुपए की ठगी कर ली गई. साइबर अपराधियों ने इस घटना को 23 मार्च को अंजाम दिया. इस संबंध में निरंजन ने धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. निरंजन ने पुलिस को बताया कि उसकी पेवर्स ब्लॉक की फैक्ट्री है. दीपाटोली आर्मी कैंट से एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और एक गाड़ी पेवर्स ब्लॉक का आर्डर दिया.
ऑनलाइन पेमेंट से फांसाः निरंजन ने फोन कर कहा कि अगर माल उनके पास तैयार है तो वो तुरंत भेज दें, उन्हें ऑनलाइन पेमेंट कर दिया जाएगा. कुछ देर बाद फिर से व्यवसायी को फोन किया और कहा कि सरवर डाउन है, इसलिए वो पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं. दूसरी ओर से ठग ने उनसे कहा कि वह एक लिंक उन्हें भेज रहे हैं, उसको वो क्लिक कर देंगे तो राशि उनके खाते में चली जाएगी. इसके बाद जैसे ही ठग द्वारा भेजे गए लिंक को व्यवसायी ने क्लिक किया, उनके खाते से 1 लाख 22 हजार रुपए की अवैध निकासी हो गयी. इसके बाद दोबारा व्यवसायी ने आरोपी को फोन किया तो उसने कॉल रिसिव नहीं किया. इसके बाद पीड़ित व्यवसायी सीधे धुर्वा थाना पहुंचे और मामले दर्ज कराया. पुलिस मामले की जांच में जुट चुकी है.