रांचीः भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय ने बोकारो में उनके उपर हुए जानलेवा हमले को सरकार प्रायोजित बताया है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए रविंद्र राय ने कहा कि 5 मिनट और वहां रहते तो गाड़ी को जलाकर राख कर दिया जाता. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर बोकारो में सरकार प्रायोजित हमला हुआ था.
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अपने ऊपर हुए हमले को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कोडरमा संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे रविंद्र राय ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से कल घटना मेरे साथ हुई है यह राजनीतिक गलियारे के माध्यम से सत्ता का दुरुपयोग कर अंधियारा फैलाने की कोशिश है. झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के माध्यम से बोकारो में मानव श्रृंखला निकाली गयी थी. जैना मोड़ के बाद मेरे ऊपर मॉब द्वारा हमला कर दिया गया, गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दी गयी. शराब की बोतल से गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया गया. उन्होंने कहा कि अगर 5 मिनट और वहां रहते तो गाड़ी को जलाकर राख कर दिया जाता. वो लोग जान बचाकर किसी तरह से वहां से निकले. उन्होंने हेमंत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह सरकार प्रायोजित हमला था और इस मामले में सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
रविंद्र राय ने प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बोकारो में हजारों की संख्या में लोग सड़क पर थे. लेकिन इसको कंट्रोल करने के लिए कोई पुलिस पेट्रोलिंग नहीं की जा रही थी. भीड़ को पूरी छूट उत्पात मचाने के लिए दी गयी थी. आंदोलन के पीछे संगठित शक्ति काम कर रही थी और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी. रविंद्र राय ने चिंता जताते हुए कहा कि झारखंड में एक बार फिर बाहरी- भीतरी और भाषाई विवाद के माध्यम से उन्माद फैलाई जा रही है. जिस तरह के हालात झारखंड बनने से पहले थे वैसा ही स्थिति बन गयी है. भाषाई विवाद को हेमंत सरकार खुद बढ़ा रही है. मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने सरकार से दोषी उपद्रवी तत्वों को चिंहित कर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन करनेवाले लोगों पर सरकार कार्रवाई करे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर और प्रदेश प्रवक्ता अमित सिंह भी मौजूद रहे.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड एक तरह से नीति विहीन स्थिति में पहुंच गया है जिसके कारण लोग परेशान हैं. झारखंड की चार शहर रांची, बोकारो, धनबाद और जमशेदपुर राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और यहां स्थिति खराब की जा रही है. राज्य पूरी तरह से अनाथ हो गया है, चारों तरफ भय का माहौल है. सरकार एक तरह मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून बना रही है, दूसरी तरफ मॉब लिचिंग जैसी स्थिति पैदा कर रही है. जेएमएम, कांग्रेस के नियंत्रण वाली इस सरकार में अधिकारी बेबस हैं. लोग अराजकता पैदा करने का बहाना खोज रहे हैं इसलिए झारखंड की जनता को सावधान रहने की जरूरत है.