रांचीः झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व अपर महाधिवक्ता शत्रुघ्न लाल वर्णवाल (Former Advocate General SL Varnwal) का सोमवार 21 जून को निधन हो गया. उसी दिन हरमू स्थित मुक्तिधाम में उनकी अंत्येष्टि की गई. वे 88 वर्ष के थे. निधन की खबर के बाद कई लोगों ने उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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झारखंड के अपर महाधिवक्ता पद पर थे नियुक्त
स्वर्गीय वर्णवाल ने सन 1964 के फरवरी माह से हजारीबाग व्यवहार न्यायालय में वकालत की प्रैक्टिस प्रारम्भ की. बाद में सन 1976 में रांची आकर पटना उच्च न्यायालय की रांची बैंच में प्रैक्टिस करने लगे और सन 2000 में झारखंड राज्य निर्माण के बाद " झारखंड उच्च न्यायालय (Jharkhand High Court) के अपर महाधिवक्ता" नियुक्त हुए और 2005 तक अपर महाधिवक्ता के दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा से की. वर्णवाल अपने वकालत के पेशे के साथ-साथ समाज व राष्ट्र हित में विभिन्न सामाजिक, स्वयंसेवी संस्थाओं और राजनीतिक दलों से जुड़कर सेवा कार्य करते हुए गोलोकवासी हुए.
विभिन्न पदों पर सेवा कार्य करते रहे वर्णवाल
वर्णवाल राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन, वर्णवाल समाज और भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न पदों पर आजीवन सेवा कार्य करते रहे. वर्णवाल अपने पीछे अपनी धर्मपत्नी, पुत्र-पुत्रवधु, पुत्री-दामाद, नाती-पोते सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. वर्णवाल के निधन पर उपर्युक्त संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.