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नक्सलियों की मांद में बिना हिंसा पूरा हुआ पहले चरण का मतदान, 64.72 प्रतिशत हुई वोटिंग

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Published : Nov 30, 2019, 11:14 PM IST

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बिना किसी बड़ी हिंसा के मतदान संपन्न हो गया. वहीं, लोहरदगा और गुमला में दो आईईडी ब्लास्ट हुए और डालटनगंज में दो प्रत्याशियों के बीच झड़प भी हुई, लेकिन किसी तरह की कोई कैजुअल्टी नहीं हुई.

first phase of voting is completed without Naxalites violence, 64.72 percent voting
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे

रांची: नक्सलियों के प्रभाव वाले 6 जिलों में फैले 13 विधानसभा इलाकों में शनिवार को बिना किसी बड़ी हिंसा के मतदान संपन्न हो गया, हालांकि लोहरदगा और गुमला में दो आईईडी ब्लास्ट हुए और डालटनगंज में दो प्रत्याशियों के बीच झड़प हुई. इन घटनाओं में किसी तरह की कोई कैजुअल्टी नहीं हुई.

जानकारी देते प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने दावा किया कि पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 2019 में अब तक 2.58% की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है. उन्होंने बताया कि इन इलाकों में मतदान सही तरीके से संपन्न कराया जाना अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी. उन्होंने बताया कि 1267 मतदान कर्मियों को 2 दिन पहले ही एयरड्रॉपिंग करा कर कुछ विधानसभा इलाकों में भेजा गया.

विनय कुमार चौबे ने बताया कि उन सभी की हेली लिफ्टिंग कर उन्हें गंतव्य तक भी पहुंचाया जाएगा. उन्होंने बताया कि दिव्यांगों के लिए वोटिंग की विशेष व्यवस्था के लिए बकायदा 7106 स्वयंसेवक, 2952 व्हील चेयर और उनके आने-जाने के लिए 1108 वाहन लगाए गए थे. उन्होंने बताया कि इस चरण में कुल 49007 दिव्यांग मतदाता थे, जिनमें से 84.42 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का उपयोग किया.

विधानसभा वार यह है आंकड़े
चतरा में 58.92%, गुमला में 67.30%, बिशनपुर में 69.80%, लोहरदगा में 71.47%, मनिका में 62. 66%, लातेहार में 67.20%, पांकी में 64.30%, डालटेनगंज में 64.10%, विश्रामपुर में 61.72%, छतरपुर में 62.42%, हुसैनाबाद में 60.90%, गढ़वा में 66.04% और भवनाथपुर में 67.34% मतदान हुआ है.

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लाइसेंसी हथियार था केएन त्रिपाठी के पास
वहीं, डालटनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी पिस्तौल लहराने के मामले में उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी से बात की और यह जानकारी मिली कि त्रिपाठी ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया है. उन्होंने बताया दरअसल जिला स्तर पर समिति होती है जो यह तय करती है कि चुनाव के दौरान अभ्यर्थी को लाइसेंसी हथियार रखने की इजाजत दी जाए या नहीं, हालांकि चौबे ने साफ कहा कि इस घटना के बाद से सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को एक पत्र भेजा जाएगा और उनसे इस बाबत एक बार रिव्यु करने को भी कहा जाएगा.

परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का वोट नहीं देने की अपडेट पर उन्होंने कहा कि वह खुद उनसे मिलकर माफी मांगेंगे क्योंकि अगर वह अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पायी तो इसकी नैतिक जिम्मेदारी बतौर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी उनकी है.

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