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वित्त मंत्री ने हेमंत को किया इशारा, कहा- लॉकडाउन 3 के बाद मिल सकती है रियायत, जीवन के साथ जीविका जरूरी - लॉकडाउन को लेकर वित्त मंत्री ने की बैठक

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने हेमंत सोरेन को इशारा करते हुए कहा कि लॉकडाउन तीन समाप्त होने के बाद राज्य सरकार कुछ रियायतें दे सकती है. उन्होंने कहा कि रियायत ग्रीन और ऑरेंज जोन में पड़ने वाले इलाकों में ही दी जाएंगी. इसके साथ ही आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने को लेकर चर्चा हुई.

Finance Minister said concession can available after lockdown three
वित्त मंत्री

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Published : May 12, 2020, 7:41 PM IST

रांची: झारखंड सरकार में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने मंगलवार को इशारा किया कि लॉकडाउन 3 समाप्त होने के बाद राज्य सरकार कुछ रियायतें दे सकती है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह रियायत ग्रीन और ऑरेंज जोन में पड़ने वाले इलाकों में ही दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि जीवन के साथ-साथ जीविका पर भी ध्यान रखना होगा. इस वजह से इन बिंदुओं पर भी विचार करना जरूरी है. खाद्य, आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण मामले के विभाग के भी मंत्री उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस बाबत कुछ कहना चाहिए.

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आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने को लेकर हुई है चर्चा

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी सलाह देते हुए कहा कि केंद्र सरकार लोगों की जीविका पर भी विचार करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में जो आर्थिक गतिविधियां है उसे धीरे-धीरे शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 15 मई तक इस बाबत राज्यों को जवाब देना है. हालांकि वित्त मंत्री ने कहा कि पदाधिकारियों की भी इस बाबत बैठक हुई है, जिसमें भी आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने को लेकर चर्चा की गई है.

बाहर से आ रहे लोगों में है ज्यादा संक्रमण

वित्त मंत्री ने कहा कि झारखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण देश के अन्य इलाकों के मुकाबले काफी कम है. उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य में पूर्ण संक्रमित लोगों की संख्या और आबादी के हिसाब से दर निकाले तो यह काफी कम होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी कोरोना वायरस से प्रभावित लोग हैं. उनमें ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो बाहर से आए हैं.

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ऐसे में राज्य सरकार को प्रवासी लोगों की जांच कर उन्हें अलग रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अलग कर आइसोलेट कर दे तो संभावना यह है कि बीमारी का प्रसार नहीं होगा. वहीं अगर उन्हें छोड़ दिया जाए और वह मिक्सअप कर गए तो बीमारी बढ़ सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि झारखंड में इसको लेकर जागरूकता फैल गई है और लोग अब समझदारी से काम ले रहे हैं.

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