रांचीः बुद्ध पूर्णिमा से एक दिन पहले झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने अपने आवास पर गौतम बुद्ध की जयंती को उत्सव के रूप में मनाया. इस उत्सव में रामेश्वर उरांव ने सपरिवार भगवान बुद्ध की पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना की. अपनी बेटी पंचायती राज निदेशक निशा उरांव, बेटे रोहित प्रियदर्शी, दामाद आशीष सिंहमार, सचिव रंजीत सिन्हा, कांग्रेस नेता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव सहित बड़ी संख्या में बौद्ध धर्मावलंबियों ने भाग लिया.
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बचपन से ही भगवान बुद्ध की विचारधारा ने प्रभावित कियाःअपने आवास पर गौतम बुद्ध की पूजा अर्चना करने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि वह छात्र जीवन से ही गौतम बुद्ध के विचारों से बेहद प्रभावित हो गए थे. उन्होंने कहा कि 1990 में जब वह मगध रेंज के डीआईजी थे उस समय बोधि वृक्ष के पास से पौधा लाकर रांची में अपने आवास के बाहर लगाया था. यह बोधि वृक्ष का अंश है. बाद में यहां चबूतरा बनाया गया और फिर ब्लैक स्टोन की भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी स्थापित की गई.
रामेश्वर उरांव ने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध ने किसी धर्म विशेष का प्रचार नहीं किया. भगवान बुद्ध ने जीवन जीने का वह राह दिखाई, जिसपर चलकर इंसान लोभ- लालच, छल-प्रपंच और व्यसन से दूर कैसे रह सकता है. वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताए गए पंचशील एवं अष्टांग मार्ग के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. आज हर तरफ हिंसा, नफरत, झूठ, नशा और असंतोष का माहौल इसलिए है क्योंकि हमने भगवान बुद्ध की विचारधारा पर चलना छोड़ दिया है. डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि आज भी भगवान बुद्ध के विचार और उनके बताए मार्ग प्रासंगिक हैं. अगर हम आज भी भगवान बुद्ध के विचार पर चलना शुरू करें तो युद्ध, चोरी, झूठ, नशा और कई कुकृत्यों से छुट्टी पा सकते हैं.
वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि धार्मिक गुरु लामा द्वारा धार्मिक महत्व के पीपल वृक्ष के नीचे 108 दीप प्रज्ज्वलित किया गया. कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने कहा कि भगवान बुद्ध, भगवान विष्णु के नवें अवतार थे. उनकी जयंती के दिन ही उनका परिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है.भगवान बुद्ध ने कहा था कि इंसान को कभी बीते हुए काल में नहीं उलझना चाहिए और न ही भविष्य के सपने बुनना चाहिए.