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पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने किसानों की तोड़ी कमर! आम आदमी से लेकर सब्जी विक्रेता तक परेशान

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Published : Mar 17, 2021, 5:32 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 8:13 AM IST

पेट्रोल और डीजल कीमतें बढ़ने से यात्रा का बजट तो बिगड़ा ही है इसके साथ ही किसानों की भी कमर टूट रही है. रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और इसका सीधा असर आम आदमी के जीवन पर पड़ रहा है. किसान से लेकर सब्जी विक्रेता तक परेशान हैं.

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रांची: वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण के कारण अर्थव्यवस्था पहले ही असंतुलित हो गई है. ऐसे हालात में सबकी निगाहें कृषि के क्षेत्र में टिकी हुई हैं, लेकिन लगातार बढ़ रहे हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतों के कारण कृषि के क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है. किसान अपनी उपज को किसी तरह मंडी तक पहुंचाते हैं लेकिन मंडी तक पहुंचाने में भी उन्हें भाड़ा अधिक देना पड़ रहा है.

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पेट्रोल और डीजल की कीमत से आम जनजीवन प्रभावित

व्यापारी वर्ग भी सब्जियों के उचित मूल्य नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि उन्हें भी ट्रांसपोर्टिंग का चार्ज अधिक लग जा रहा है. पेट्रोल और डीजल की कीमत से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पर रहा है.


किसानी काफी प्रभावित
किसान बलराम साहू की मानें तो लगातार पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण किसान काफी प्रभावित हुए हैं. डीजल के दाम में वृद्धि के कारण फसल की सिंचाई सही से नहीं कर पा रही है. वहीं दूसरी तरफ स्थानीय बाजार में व्यापारी फसल खरीदने पहुंचते हैं तो औने पौने दाम में खरीदना चाहते हैं क्योंकि उन्हें भी सब्जी खरीद कर बेचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बलराम ने बताया कि जब वे फसल को बाजार लेकर पहुंचते हैं तो उन्हें उचित दाम नहीं मिलता है. कल तक 25 रुपये बिकने वाला धनिया पत्ता आज तीन से 5 रुपये केजी बिक रहा है. सभी हरी सब्जियां 10 रुपये से नीचे हीं बिक रही हैं. सिर्फ प्याज और लहसुन की कीमत ही बड़ी हुई है.


लोकल बाजार में सब्जियों की कीमत काफी कम
सब्जी खरीदने पहुंचे बुजुर्ग ने कहा कि इससे पहले कभी भी इतनी सस्ती सब्जी नहीं मिली. कारण जो भी हो लेकिन वैश्विक महामारी के कारण यह स्थिति बाजार की है. उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमत को लेकर कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार इसे लेकर ध्यान दें ताकि किसानों को फायदा मिल सके. क्योंकि जिस तरीके से पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ी हुई है खेती में काफी प्रभाव पड़ रहा है. जो सब्जियां झारखंड में नहीं होती है उन सब्जियों की बाजार में अच्छी कीमत है, लेकिन जो सब्जियां लोकल बाजार में होती हैं उसकी कीमत काफी कम है. इसका मतलब यह है कि जो सब्जियां बाहर से आती हैं उनका ट्रांसपोर्टिंग चार्ज लगने उसकी कीमत बढ़ जाती हैं.


सब्जी विक्रेताओं ने की चिंता जाहिर
महिला सब्जी विक्रेताओं ने भी पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि बाजार में सब्जी खरीद कर पहुंचते हैं कि उचित मूल्य मिलेगा लेकिन बाजार की हालात देखकर ऐसा लगता है कि जैसे व्यापार छोड़कर कोई और काम करें. गांव देहात के बाजार मखमद्रो, इटकी, नगडी, पिठोरिया, ओरमांझी जैसे बाजारों से सब्जी खरीद कर लाने ऑटो का भाड़ा काफी बढ़ गया है. किराया बढ़ने का एकमात्र कारण पेट्रोल और डीजल की कीमत में बेतहाशा वृद्धि है. आज बाजार में 5 रुपये धनिया पत्ता बिक रहा है, 7 रुपये टमाटर ऐसी हालात कभी भी बाजार की नहीं हुई है. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.

Last Updated : Mar 19, 2021, 8:13 AM IST

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