रांची: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज देश का आम बजट पेश करेंगी. यह बजट कई मायनों में बेहद अहम होगा. कोरोना महामारी के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बड़ी चुनौती होगी. इस बजट से हर आम और खास को बड़ी उम्मीदें हैं.
झारखंड के अर्थशास्त्री हरिश्वर दयाल का कहना है कि वर्तमान में देश को कोरोना से उबारना बड़ी चुनौती है. अनुमान के मुताबिक इस साल के अंत तक देश कोरोना से उबरेगा. आरबीआई का अनुमान है कि तीसरे और चौथे तिमाही में अर्थव्यवस्था पर इस बदलाव दिखेगा. वित्तीय वर्ष 2021-22 में रियल जीडीपी के लिहाज से विकास दर 9.5 प्रतिशत रहेगा. वहीं आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक रियल जीडीपी पर विकास दर 11.5 प्रतिशत रहेगा. जबकि नॉमिनल जीडीपी में और ज्यादा वृद्धि दिखेगी.
बजट का साइज बड़ा होने की उम्मीद
अर्थशास्त्री हरिश्वर दयाल का मानना है कि आर्थिक मोर्चे पर देश रिकवर कर रहा है. इसलिए उम्मीद है कि बजट का साइज बड़ा होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना ने झारखंड को भी प्रभावित किया है. ऊपर से केंद्रीय एलोकेशन समय पर नहीं आया है. इसकी वजह से झारखंड की योजनाएं प्रभावित हुई हैं. जीएसटी कंपनशेसन समय पर मिलना चाहिए. जीएसटी कंपनशेसन की अवधि बढ़ाई जानी चाहिए. मिनरल्स की रॉयल्टी लंबे समय से नहीं बढ़ी है. इसलिए जरूरी है कि रॉयल्टी दर बढ़े. झारखंड में रेलवे इंफ्रास्ट्रचर के दायरे को बढ़ाया जाना चाहिए. मनरेगा के तहत मजदूरी दर बढ़नी चाहिए. कई अन्य राज्यों की तुलना में मनरेगी की मजदूरी दर काफी कम है. अन्य सामाजिक सुरक्षा के कार्यक्रम में केंद्र को सहयोग राशि बढ़ानी चाहिए और उसके कवरेज को भी बढ़ाया जाना चाहिए.
हरिश्वर दयाल ने कहा कि झारखंड में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर राज्य सरकार का जोर रहा है. हालाकि यह जिम्मेदारी राज्य सरकार की है और संभव है कि राज्य के आगामी बजट में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार कुछ विशेष करे.