रांचीः मांडर विधानसभा क्षेत्र के किसान प्राकृतिक आपदा ओलावृष्टि की मार झेल रहे हैं. वहीं वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन ने तो आर्थिक रूप से किसाने की कमर तोड़ दी है. ऐसे विषम हालात में भी किसानों की लैंप्स से अधिप्राप्ति किमी गयी धान का समर्थन मूल्य अभी तक नही मिलने से किसान परेशान हैं.
रांचीः पूर्व विधायक ने किसानों के धान अधिप्राप्ति के मुल्य का शीघ्र भुगतान के लिए कृषि मंत्री को लिखा पत्र
रांची के मांडर क्षेत्र में लगातार हो रहे ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान को लेकर मांडर की पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर ने मांडर विधानसभा क्षेत्र के लैंप्स की ओर से किसानों का धान अधिप्राप्ति के मुल्य का शीघ्र भुगतान को लेकर कृषि मंत्री को पत्र लिखीं है.
और पढें- महाराष्ट्र में 25,922 और तमिलनाडु में 9,227 रोगी, देश में 74 हजार से ज्यादा संक्रमित
किसानों की हालात देखकर मांडर की पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर ने मांडर विधानसभा क्षेत्र के लैंप्स की ओर से किसानों का धान अधिप्राप्ति के मुल्य का शीघ्र भुगतान को लेकर कृषि मंत्री को पत्र लिखीं है. पत्र में उन्होने लिखा है कि मांडर विधानसभा क्षेत्र सहित राज्य के सभी जिलों में राज्य सरकार समर्थन मूल्य पर लैंप्स के माध्यम से किसानों से धान की खरीददारी की जाती है. जहां किसान अधिक मूल्य प्राप्त करने के लिए अपना धान लैंप्स में बेचते हैं. लेकिन लाॅकडाउन के लगभग 3 महीने बीत जाने के बाद भी किसानों को उनके धान का मूल्य अब तक प्राप्त नहीं हुए हैं. उन्होने आगे लिखा है कि अन्नदाता किसान धान तभी बेचते हैं, जब उन्हें पैसों की बहुत जरूरत हो, जिससे कि उनकी आवश्यकता पूरी होती है. ऐसे में उनको क्रय मूल्य का भुगतान शिघ्र किया जाए, उन्होंने कृषि मंत्री से रांची जिला के मांडर विधानसभा क्षेत्र का धान क्रय का वर्तमान स्थिती का अवलोकन करते हुए कोरोना संकट के विषम परिस्थिति में किसानों को उनके धान का क्रय राशि का भुगतान किये जाने का अनुरोध किया है.