रांचीः जितना डर और चिंता पहले कोरोना संक्रमण को लेकर थी, अब उतनी परेशानी कोविड से ठीक होने के बाद भी देखी जा रही है.नेगेटिव होने के बाद भी लोग शरीर में उत्पन्न कई तरह के बदलाव को लेकर बेहद चिंतित है ,लेकिन आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ईटीवी भारत ने अपने दर्शकों की परेशानियों को देखते हुए संक्रमण से ठीक होने के बाद जो भी समस्याए आ रहीं हैं उसे दूर करने का उपाय किया है.
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रांची के प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर अनिल जो कोरोना संक्रमण के शुरुआत से ही 'Save life Mission' के जरिए ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श देकर अब तक 1000 से अधिक मरीजों को ठीक कर चुके हैं.
आज डॉ अनिल आपको कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद जो भी समस्याएं सामने आ रही हैं उसका निदान बता रहे हैं. डॉक्टर अनिल को गौर से सुनिए ताकि आप और आपका पूरा परिवार सुरक्षित रह सके. डॉ अनिल से बात की ईटीवी भारत संवादाता प्रशांत कुमार ने.
रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आप अपने परिवार के बीच रह सकते हैं,लेकिन इसके लिए आपको को मास्क की जरूरत है ,एक सप्ताह तक मास्क का प्रयोग करें, उसके बाद परिवार के साथ रहें.
तीन दिन तक ऑक्सीजन लेबल जरूर चेक करें
रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी अगले तीन दिनों आक्सीजन का लेबल चेक करते रहना चाहिए. आक्सीजन का लेबल अगर 94 से नीचे जाए तब ही डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है.
चलने पर सांस फूलने की शिकायत
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है.आए दिन संक्रमण के साथ मौत के मामलों में वृद्धि ने चिंता में डाल दिया है. कोविड-19 से ठीक होने के बाद भी उसका दीर्घकालीन असर थकान की शक्ल में लोगो में सामने आ रहा है. कुछ लोगों को थोड़ा सा चलने पर भी सांस फूलने की समस्या आ रही है.
डॉ अनिल के अनुसार बहुत सारे कोविड-19 मरीज 14 दिन की अवधि के बाद ठीक हो जाते हैं. इसकी पुष्टि कोरोना की नेगेटिव जांच रिपोर्ट से होती है, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद थकान और कमजोरी की शिकायत लोग करते हैं. डॉ अनिल के अनुसार सांस फूलने की वजह से घबराना नहीं है.
इस दौरान ऑक्सीजन लेबल चेक करते रहें. हालांकि सांस फूलना वर्तमान में मानसिक रूप से ज्यादा हो रहा है. लोगों के मन मे यह भय बैठ गया है कि चुका है उनको कोविड हुआ था इससे उनके फेफड़े कमजोर कम हो गए लेकिन इस मानसिकता से उबरना होगा. अगर आपका ऑक्सीजन लेबल सही है, तो सिर्फ थकान के वजह से भी सांस फूलती है.